तीसरी तिमाही में हेल्थकेयर सर्विसेज पर 3.6 ट्रिलियन डॉलर खर्च हुए जो अब तक का रेकॉर्ड है। हालत यह हो गई है कि आम लोगों का करीब 17 फीसदी पैसा इलाज और दवा में जा रहा है। साल 2000 में यह आंकड़ा 13.5 फीसदी था। अगले साल इसके और बढ़ने की आशंका है। हालत यह हो गई है कि पैसे की कमी के कारण लोग इलाज टाल रहे हैं।
एनबीसी न्यूज के मुताबिक साल 2026 में अमेरिका में देश में हेल्थकेयर सर्विसेज को लेकर एक बड़ा बदलाव आने वाला है। कुछ लोगों को बढ़ती स्वास्थ्य लागतों से थोड़ी राहत मिल सकती है क्योंकि पहली बार मेडिकेयर द्वारा दवाओं की कीमतों पर बातचीत करके उन्हें कम किया जाएगा। वहीं, दूसरी ओर, कुछ लोगों के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि अफोर्डेबल केयर एक्ट (ACA) के तहत मिलने वाली टैक्स छूट खत्म हो रही है और राज्यों द्वारा फंड में भारी कटौती के कारण मेडिकेड (Medicaid) कवरेज भी अनिश्चित हो सकता है।
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किसे फायदा किसे नुकसान
साल 2022 में तत्कालीन राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इन्फ्लेशन रिडक्शन एक्ट पर हस्ताक्षर किए थे। इस कानून ने पहली बार मेडिकेयर को अपने सबसे महंगे प्रिस्क्रिप्शन दवाओं की कीमतों पर बातचीत करने का अधिकार दिया। वहीं, जुलाई में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बिग ब्यूटीफुल बिल पर साइन किए थे, जिसने मेडिकेड के फंड में कटौती की और ACA सब्सिडी को आगे नहीं बढ़ाया। साफ है कि अमेरिका में अगर आप मेडिकेयर पर हैं, तो आपके लिए कुछ अच्छी खबर है और अगर आप ACA या मेडिकेड पर हैं, तो आपके लिए आगे बुरी खबर हो सकती है।














