सैफुल्लाह कसूरी ने भारत को धमकाया
रिपोर्ट के अनुसार, लश्कर-ए-तैयबा ने लाहौर में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया था। इस दौरान लश्कर के शीर्ष नेताओं ने भारत को जमकर धमकियां दी। सैफुल्लाह कसूरी ने अपने कैडर को संबोधित करते हुए घोषणा की कि समूह “मिशन कश्मीर से कभी पीछे नहीं हटेगा।” उसने कश्मीर में लगातार हिंसा को सही ठहराने के लिए धार्मिक बयानबाजी का भी इस्तेमाल किया।
कसूरी ने हाफिज सईद का किया जिक्र
CNN-News18 के अनुसार, कसूरी ने कहा, “जो लोग हमें आतंकवादी बताते हैं, वे सुन लें—हम जिसे सही मकसद कहते हैं, उसके लिए लड़ते रहेंगे और अपने कश्मीरी भाइयों और बहनों को कभी नहीं छोड़ेंगे।” उसने भारत की चेतावनियों को भी कम आंकने की कोशिश की। कसूरी ने दावा किया कि भारत से मिलने वाली धमकियों का “कोई वास्तविक मूल्य नहीं है”, और जोर देकर कहा कि लश्कर जानता है कि “अपने दुश्मन से कैसे निपटना है।” कसूरी ने कैडरों को आश्वस्त करने के लिए लश्कर के संस्थापक हाफिज सईद (अमीर-ए-मोहतरम) का भी जिक्र किया।
भारत के खिलाफ नई रणनीति
आशंका जताई जा रही है कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत के हाथों मार खाने के बाद पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई आतंकी संगठनों को एक मंच पर लाने की कोशिश कर रही है। उसने हाल में ही लश्कर-ए-तैयबा और जैश के शीर्ष आतंकियों के साथ एक संयुक्त बैठक भी की है। इसमें भारत के खिलाफ आतंकी अभियानों को फिर से तेज करने पर सहमति बनी है। पाकिस्तान आतंक का इस्तेमाल प्रॉक्सी के तौर पर करता है और सीधे तौर पर देश की संलिप्तता से इनकार करता है।














