• Religion
  • कुंभ राशि वार्षिक राशिफल 2026 : सिर पर सवार हैं राहु, साढेसाती का है साया, जानें 2026 में कैसा रहेगा कुंभ राशि का हाल

    Kumbh Rashifal 2026 : कुंभ राशि वार्षिक राशिफल 2026 बता रहा है कि यह वर्ष कुंभ राशि के जातको के लिए आत्ममंथन और नए सिरे से आगे ले जाने वाला रहेगा। 2026 कुंभ राशि राशिफल बता रहा है कि, यह वर्ष आपके लिए आर्थिक पुनर्संरचना, आत्ममंथन और व्यावहारिक परिपक्वता का महत्वपूर्ण काल रहेगा। ऐस्ट्रॉलजर और


    Azad Hind Desk अवतार
    By Azad Hind Desk दिसम्बर 26, 2025
    Views
    728 x 90 Advertisement
    728 x 90 Advertisement
    300 x 250 Advertisement
    Kumbh Rashifal 2026 : कुंभ राशि वार्षिक राशिफल 2026 बता रहा है कि यह वर्ष कुंभ राशि के जातको के लिए आत्ममंथन और नए सिरे से आगे ले जाने वाला रहेगा। 2026 कुंभ राशि राशिफल बता रहा है कि, यह वर्ष आपके लिए आर्थिक पुनर्संरचना, आत्ममंथन और व्यावहारिक परिपक्वता का महत्वपूर्ण काल रहेगा। ऐस्ट्रॉलजर और वैदिक ज्योतिष विशेषज्ञ पंडित उमेश चंद्र पंत के अनुसार,कुंभ राशि के लिए यह यह वर्ष शुरुआत से ही जिम्मेदारियों में वृद्धि करने वाला रहेगा। 1 जनवरी 2026 से शनि पूरे वर्ष द्वितीय भाव में स्थित रहेंगे, जिससे आपको आर्थिक मामलों में संयमित होकर चलना होगा। पारिवारिक जीवन में कुछ उलझन परेशानी भी बनी रहेगी। 27 जुलाई 2026 से शनि के वक्री होने के कारण अगस्त, सितंबर, अक्टूबर और नवंबर में आर्थिक दबाव, पारिवारिक जिम्मेदारी तथा मानसिक तनाव कुछ बढ़ सकता है। इस अवधि में निर्णयों में विलंब संभव है, किंतु यही समय आत्मसंयम और धैर्य की परीक्षा भी लेगा। 11 दिसंबर 2026 से शनि के मार्गी होने पर वर्ष के अंतिम चरण में स्थिरता लौटेगी और रुके हुए कार्यों में धीरे-धीरे गति आएगी।

    राहु–केतु का प्रभाव वर्ष के अधिकांश भाग में आपके व्यक्तित्व और संबंधों पर केंद्रित रहेगा। जनवरी 2026 से नवंबर 2026 तक राहु लग्न (प्रथम भाव) में तथा केतु सप्तम भाव में रहेंगे, जिससे अपनी छवि, निर्णय क्षमता और रिश्तों में संतुलन बनाए रखना आवश्यक होगा। वहीं 5 दिसंबर 2026 से राहु द्वादश भाव और केतु षष्ठ भाव में प्रवेश करेंगे, जिससे मानसिक बोझ कम होगा और व्यावहारिक दृष्टिकोण मजबूत होगा।

    गुरु का गोचर वर्ष को तीन चरणों में बांटेगा, 1 जनवरी से 2 जून 2026 तक गुरु पंचम भाव में रहकर बुद्धि, शिक्षा और रचनात्मकता को बढ़ावा देंगे; 2 जून 2026 से गुरु षष्ठ भाव में आकर कार्य, प्रतिस्पर्धा और स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करवाएंगे; और 31 अक्टूबर 2026 से गुरु सप्तम भाव में प्रवेश कर नवंबर, दिसंबर में संबंधों,साझेदारी और सहयोग को सुदृढ़ करेंगे। 2026 कुंभ राशि राशिफल बताता है कि यह वर्ष आपको अनुभवों से सीखते हुए अधिक संतुलित और व्यवस्थित जीवन की ओर ले जाएगा।

    कुंभ राशि वार्षिक राशिफल 2026 करियर और कारोबार
    कुंभ राशि वार्षिक राशिफल के अनुसार करियर के क्षेत्र में यह वर्ष जिम्मेदारी, प्रतिस्पर्धा और क्रमिक प्रगति का रहेगा। वर्ष की शुरुआत में 1 जनवरी से 2 जून 2026 तक गुरु पंचम भाव में रहकर नए विचारों, रचनात्मक योजनाओं और राजनीतिक सोच को प्रोत्साहित करेंगे। यह समय नई योजनाएं बनाने, कौशल विकसित करने और भविष्य की दिशा तय करने के लिए अनुकूल रहेगा। 2 जून 2026 से गुरु के षष्ठ भाव में प्रवेश करने के बाद जून से अक्टूबर तक कार्यभार, प्रतिस्पर्धा और जिम्मेदारियाँ बढ़ सकती हैं। नौकरीपेशा जातकों को इस समय मेहनत अधिक करनी पड़ेगी, लेकिन यही परिश्रम आगे चलकर स्थायी लाभ देगा। व्यापारियों को इस चरण में जोखिम से बचते हुए योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ना चाहिए। शनि का पूरे वर्ष द्वितीय भाव में रहना आय और करियर दोनों में अनुशासन की मांग करेगा। 27 जुलाई 2026 से शनि वक्री होने पर अगस्त–नवंबर में कार्यों में देरी, निर्णयों में पुनर्विचार और अतिरिक्त मेहनत की आवश्यकता पड़ सकती है। 11 दिसंबर 2026 के बाद शनि मार्गी होने से वर्ष के अंत में करियर से जुड़े मामलों में स्पष्टता और स्थिरता आएगी।

    कुंभ राशि वार्षिक राशिफल 2026, प्रेम और पारिवारिक संबंध
    कुंभ राशि वार्षिक राशिफल बताता है कि, प्रेम और पारिवारिक संबंधों के मामले में यह वर्ष आत्मनिरीक्षण और परिपक्व निर्णयों की मांग करेगा। जनवरी से नवंबर 2026 तक राहु लग्न में और केतु सप्तम भाव में रहने के कारण रिश्तों में कभी-कभी भ्रम, दूरी या अपेक्षाओं का असंतुलन महसूस हो सकता है। इस अवधि में संवाद की कमी या अहंकार संबंधों को प्रभावित कर सकता है, इसलिए संयम और स्पष्ट बातचीत आवश्यक रहेगी।
    वर्ष के उत्तरार्ध में 31 अक्टूबर 2026 से गुरु सप्तम भाव में प्रवेश करेंगे, जिससे नवंबर–दिसंबर में संबंधों में सुधार, समझ और सहयोग बढ़ेगा। विवाहित जातकों के लिए यह समय दांपत्य जीवन को संतुलित करने का रहेगा, जबकि अविवाहित जातकों के लिए गंभीर संबंध या विवाह के संकेत मिल सकते हैं। 5 दिसंबर 2026 के बाद राहु द्वादश भाव में जाने से भावनात्मक थकान या दूरी की भावना आ सकती है, किंतु साथ ही अनावश्यक उलझनों से मुक्ति भी मिलेगी। 2026 कुंभ राशि राशिफल के अनुसार रिश्तों में स्थायित्व के लिए धैर्य और संवेदनशीलता बनाए रखना आवश्यक रहेगा।

    कुंभ राशि वार्षिक राशिफल 2026, आर्थिक भविष्यफल
    आर्थिक मामलों में कुंभ राशि के लिए 2026 संयम और दीर्घकालिक योजना का संकेत देता है। शनि का पूरे वर्ष द्वितीय भाव में गोचर आय-व्यय को संतुलित रखने और बचत पर ध्यान देने की प्रेरणा देगा। वर्ष की शुरुआत में आर्थिक स्थिति स्थिर रहेगी, किंतु खर्चों पर नियंत्रण आवश्यक रहेगा। 1 जनवरी से 2 जून 2026 तक गुरु पंचम भाव में होने से निवेश, शिक्षा या रचनात्मक कार्यों से जुड़े खर्च और लाभ दोनों संभव हैं। 2 जून के बाद गुरु षष्ठ भाव में आने पर नियमित खर्च बढ़ सकते हैं, इसलिए बजट प्रबंधन अत्यंत आवश्यक होगा। 27 जुलाई 2026 से शनि वक्री होने पर अगस्त–नवंबर में धन अटकने या भुगतान में विलंब की स्थिति बन सकती है। वर्ष के अंत में 11 दिसंबर 2026 के बाद शनि मार्गी होने से वित्तीय स्थिरता लौटेगी और स्थिति सुधरेगी।

    कुंभ राशि के छात्रों के लिए 2026 भविष्यफल
    कुंभ राशि वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार विद्यार्थियों के लिए यह वर्ष मेहनत, एकाग्रता और क्रमिक सफलता का रहेगा। 1 जनवरी से 2 जून 2026 तक गुरु पंचम भाव में रहकर शिक्षा, प्रतियोगी परीक्षाओं और रचनात्मक विषयों में सफलता दिलाने में सहायक होंगे। यह समय नई चीजें सीखने और आत्मविश्वास बढ़ाने का है। 2 जून 2026 के बाद गुरु षष्ठ भाव में प्रवेश करेंगे, जिससे पढ़ाई में दबाव और अनुशासन की आवश्यकता बढ़ेगी। इस चरण में निरंतर अभ्यास और समय प्रबंधन अत्यंत आवश्यक रहेगा। वर्ष के अंतिम भाग में गुरु के सप्तम भाव में प्रवेश से मार्गदर्शकों और शिक्षकों से सहयोग प्राप्त होगा।

    कुंभ राशि वार्षिक राशिफल 2026, सेहत और स्वास्थ्य
    सेहत के मामले में कुंभ राशि के जातकों के लिए साल 2026 संतुलन और जागरूकता की माँग करता है। राहु का जनवरी से नवंबर 2026 तक लग्न में रहना मानसिक बेचैनी और अनियमित दिनचर्या का कारण बन सकता है, इसलिए योग, ध्यान और पर्याप्त विश्राम आवश्यक रहेगा। 1 जनवरी से 2 जून 2026 तक गुरु पंचम भाव में रहने से मानसिक ऊर्जा बेहतर रहेगी, किंतु 2 जून के बाद गुरु षष्ठ भाव में आने पर स्वास्थ्य के प्रति सावधानी बढ़ानी होगी। 27 जुलाई से 11 दिसंबर 2026 तक शनि की वक्री अवस्था के दौरान थकान और तनाव महसूस करेंगे। वर्ष के अंत में स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सुधार दिखाई देगा।

    728 x 90 Advertisement
    728 x 90 Advertisement
    300 x 250 Advertisement

    हर महीने  ₹199 का सहयोग देकर आज़ाद हिन्द न्यूज़ को जीवंत रखें। जब हम आज़ाद हैं, तो हमारी आवाज़ भी मुक्त और बुलंद रहती है। साथी बनें और हमें आगे बढ़ने की ऊर्जा दें। सदस्यता के लिए “Support Us” बटन पर क्लिक करें।

    Support us

    ये आर्टिकल आपको कैसा लगा ? क्या आप अपनी कोई प्रतिक्रिया देना चाहेंगे ? आपका सुझाव और प्रतिक्रिया हमारे लिए महत्वपूर्ण है।