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  • कौन हैं भारतीय मूल की प्रणिता वेंकटेश? जिन्होंने अमेरिका के सैन कार्लोस में महापौर के रूप में शपथ ली

    नई दिल्ली: भारतीय मूल की अमेरिकी समुदाय की नेता प्रणिता वेंकटेश कैलिफोर्निया के सैन मेटियो काउंटी में स्थित सैन कार्लोस शहर की महापौर बन गई हैं। यह शहर सिलिकॉन वैली के नजदीक स्थित है और इसे “अच्छे जीवन का शहर” के नाम से जाना जाता है। प्रणिता वेंकटेश ने नगर परिषद द्वारा सर्वसम्मति से चुने


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    By Azad Hind Desk दिसम्बर 20, 2025
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    नई दिल्ली: भारतीय मूल की अमेरिकी समुदाय की नेता प्रणिता वेंकटेश कैलिफोर्निया के सैन मेटियो काउंटी में स्थित सैन कार्लोस शहर की महापौर बन गई हैं। यह शहर सिलिकॉन वैली के नजदीक स्थित है और इसे “अच्छे जीवन का शहर” के नाम से जाना जाता है। प्रणिता वेंकटेश ने नगर परिषद द्वारा सर्वसम्मति से चुने जाने के बाद उन्होंने 8 दिसंबर को शपथ ली। प्रणिता वेंकटेश की इस उपलब्धि पर उनके परिवार में जश्न का माहौल है। तो चलिए जानते हैं कि आखिर भारतीय मूल की प्रणिता वेंकटेश कौन हैं जिन्हें महापौर चुना गया है?

    कौन हैं प्रणिता वेंकटेश?

    फिजी में भारतीय माता-पिता के घर जन्मीं वेंकटेश, शहर की दक्षिण एशियाई मूल की पहली नेताओं में से एक और सबसे कम उम्र की महापौरों में से एक हैं। । इससे पहले, वह तीन साल तक सैन कार्लोस आर्थिक विकास सलाहकार आयोग में सेवा देने के बाद 2022 में नगर परिषद के लिए चुनी गई थीं।

    वेंकटेश का पालन-पोषण मुख्य रूप से कैलिफोर्निया में हुआ, जब वह 4 साल की थीं तब उनका परिवार अमेरिका में आकर बस गया था। 28,000 लोगों वाले शहर के सर्वोच्च निर्वाचित पद तक उनका पहुंचना न केवल एक आप्रवासी से नागरिक नेता बनने तक की उनकी व्यक्तिगत यात्रा को दर्शाता है, बल्कि अमेरिकी पश्चिमी तट पर नागरिक नेतृत्व के बदलते जनसांख्यिकीय और सांस्कृतिक परिदृश्य को भी दिखाता है।

    कितनी पढ़ी लिखी हैं प्रणिता वेंकटेश?

    उनका पेशेवर और शैक्षणिक अनुभव भी उनकी उपलब्धि को और बड़ा बनाता है। वेंकटेश ने नोट्रे डेम डी नामुर विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री और प्रारंभिक बाल्यावस्था एवं नैदानिक मनोविज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की है। सार्वजनिक सेवा में पूरी तरह से प्रवेश करने से पहले, उन्होंने ईस्ट पालो ऑल्टो में एक बाल मनोवैज्ञानिक के रूप में काम किया और निजी क्षेत्र में भी उन्हें अनुभव प्राप्त है, जिसमें मेसीज़ में खरीदार के रूप में उनका कार्यकाल भी शामिल है।

    अपनी जीत के बारे में प्रणिता ने क्या कहा?

    उन्होंने अपनी जीत पर बात करते हुए कहा कि यह अपनी विरासत की सराहना करने और दूसरों का सम्मान करने का समय है, साथ ही साथ वैश्विक स्तर पर हमारी संस्कृतियों के सकारात्मक प्रभाव को उजागर करने का भी समय है।

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