क्रिसमस के मौके पर पुलिस ने एक खास ऑपरेशन चलाया, जिसे नाम दिया गया-ऑपरेशन बैड सैंटा ( Operation Bad Santa )। इस ऑपरेशन में पुलिस के हत्थे चढ़े हैं 12 हवस के भूखे हैवान, जो नाबालिगों के साथ गंदा काम करने की फिराक में थे। इन लोगों की उम्र 23 से 65 साल के बीच है और इनमें 3 भारतीय मूल के भी हैं।
नाबालिगों की जगह मिली पुलिस
पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी कि न्यू जर्सी में ऐसे कई शैतान घूम रहे हैं, जो नाबालिगों के साथ गलत काम करना चाहते हैं। इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाया। इन संदिग्धों ने संबंध बनाने के लिए नाबालिगों को ललचाना शुरू किया। लेकिन उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि पुलिस उनकी हर हरकत पर नजर रखे हुए है। इनमें से एक मिडिलसेक्स काउंटी में एक घर में बच्चे से मिलने के लिए पहुंच गया, लेकिन उसे वहां मिली पुलिस।
फिर शुरू हुए चौंकाने वाले खुलासे
इस अंडर कवर ऑपरेशन में एक-एक करके परत खुलती गईं और हैवान पकड़ में आते चले गए। 8 दिसंबर से 15 दिसंबर के बीच 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया। जांचकर्ताओं ने बताया कि अंडरकवर ऑफिसर ने ऑनलाइन चैट पर खुद को बच्चों के रूप में पेश किया। सोशल मीडिया और दूसरे मैसेजिंग एप्स पर चैटिंग शुरू हुई। इस बीच एक शख्स को बताई गई लोकेशन पर आने के लिए मना लिया गया। इसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया।
सभी पर गंभीर आरोप
इनमें से अधिकतर के खिलाफ बच्चों को लालच देकर गलत काम करने की कोशिश के आरोप में मामले दर्ज किए गए हैं। अगर ये दोषी पाए जाते हैं तो लंबे समय तक जेल में रहना पड़ेगा। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनके नाम हैं: डेल्पिस रेनोसो केस्ट्रो, मार्कोस एग्युला, जोसे लेगुइया, हरेश कुमार ‘हैरी’ वाला, वेदांत खंडेलवाल, केविन नॉक्स, कैमरॉन एमेये, जोसेफ डेविकसिन, जॉर्ज मोरा, आकाश शाह, रॉयल एंजेलेस और जेम्स कीटिंग।
इन पर बच्चों के साथ यौन संबंध बनाने की कोशिश करना, उन्हें लालच देना, उन्हें आपत्तिजनक सामग्री दिखाने के आरोप हैं। इन आरोपियों में से दो ऐसी पोजिशन पर काम कर जहां वह युवा बच्चों के साथ काम करते हैं। एमेये यूथ राइस में प्रोग्राम कॉर्डिनेटर है जबकि डेविकसिन स्कूल टीचर है। संदिग्धों के वकील ने हालांकि आरोपों से इनकार किया है। इस ऑपरेशन में
FBI की टीम भी शामिल थी।














