स्क्वायर यार्ड्स के मुताबिक गुरुग्राम में औसत प्रॉपर्टी की कीमतें साल 2019 से लेकर अब तक 150% तक बढ़ गई हैं। पुणे में प्रॉपर्टी की कीमतों में 115% का इजाफा हुआ है। वहीं, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ये कीमतें 104% बढ़ी हैं। मुंबई में 97% और बेंगलुरु में कीमतें 98% बढ़ी हैं। साल 2025 में भारत के नौ बड़े शहरों में प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री में पिछले साल के मुकाबले 5% की गिरावट आई। लेकिन, कुल बिक्री का मूल्य 11% से ज्यादा बढ़ा है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि प्रॉपर्टी खरीदने के लिए औसत डील का साइज 22% बढ़ गया। अच्छी बात यह है कि अब मध्यम आय वाले खरीदारों के लिए घर खरीदना आसान हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि घरों की कीमतों में बढ़ोतरी धीमी हो रही है और कई जगहों पर कीमतें स्थिर हो रही हैं।
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अब मांग पर ज्यादा ध्यान
इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक स्क्वायर यार्ड्स के सीईओ तनुज शोरी ने कहा कि यह दिखाता है कि बाजार परिपक्व हो रहा है। अब बिक्री की मात्रा से ज्यादा मांग पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत में अमीर लोगों की संख्या बढ़ रही है और उनकी खर्च करने की क्षमता भी ज्यादा है। इसी वजह से साल 2025 में, खासकर मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (MMR) जैसे इलाकों में, प्रीमियम और लग्जरी घरों की बिक्री से सबसे ज्यादा कमाई हुई।
मिडिल क्लास को होगा फायदा
जब प्रीमियम प्रॉपर्टी बाजार स्थिर होंगे और मिडिल क्लास के लिए घर खरीदना आसान होगा तो साल 2026 में बाजार में ज्यादा लोग घर खरीदेंगे। यह बढ़ोतरी कीमतों में उछाल के बजाय, लोगों की जरूरत के हिसाब से होगी। मिडिल क्लास को इसका फायदा मिलेगा। उन्हें स्थिर कीमतें, बेहतर क्वालिटी वाले घर और शहर के बाहरी इलाकों में बढ़ते इंफ्रास्ट्रक्चर का लाभ मिलेगा। हालांकि, यह सब डेवलपर्स की सक्रिय भागीदारी और उनके काम पर निर्भर करेगा।
रिजर्व बैंक दे सकता है राहत
रिजर्व बैंक ने दिसंबर की शुरुआत में ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की थी। इससे ब्याज दरें अब 5 फीसदी पर आ गई हैं। रिजर्व बैंक की अगली एमपीसी की बैठक फरवरी में होनी है। माना जा रहा है कि रिजर्व बैंक ब्याज दरों में फिर से 25 बेसिस पॉइंट की कटौती कर सकता है। ऐसा होने पर बैंक होम लोन और भी सस्ता कर देंगे। इससे मकान खरीदने वालों की संख्या में तेजी आ सकती है।
रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी की उम्मीद
मकान की कीमतें स्थिर रहने और रिजर्व बैंक की ओर से ब्याज दरें कम करने से रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी आ सकती है। इस बारे में काउंटी ग्रुप के डायरेक्टर अमित मोदी का कहना है कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय रियल एस्टेट बाजार मजबूत स्थिति में है। इसमें ब्याज दरों में कटौती की बड़ी भूमिका है। साल 2026 में संभावित रेपो रेट में कटौती का असर मकानों की बिक्री पर दिखाई देगा।
वहीं मिगसन ग्रुप के एमडी यश मिगलानी का कहना है कि साल 2025 में ज्यादातर शहरों में मकानों की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिली है। अच्छी कनेक्टिविटी वाले इलाकों में सप्लाई सीमित रहने और आरबीआई के सकारात्मक रुख से खरीदारों का भरोसा बना हुआ है। साल 2026 में रिजर्व बैंक की ओर से संभावित ब्याज दरों में कटौती से भी बाजार के सकारात्मक बने रहने की उम्मीद है।














