मणिकम द्वारा दिए गए बयान पर सोमवार को अपनी प्रतिक्रिया देते हुए RSS नेता इंद्रेश कुमार ने कहा, जब कोई पार्टी लगातार चुनाव हारती है, तो उसकी हताशा साफ नजर आती है। यह बयान उसी हताशा का परिणाम है, जो कि कांग्रेस पार्टी की बौद्धिक और मानसिक दिवालियापन को दिखाता है।
कांग्रेस के भीतर उथल-पुथल: RSS
इंद्रेश कुमार ने आगे कहा कि कई बार राजनीतिक नेताओं ने आरएसएस के अनुशासन, देशभक्ति और राष्ट्र निर्माण में उसके योगदान की प्रशंसा की है। इससे कांग्रेस पार्टी के भीतर उथल-पुथल मची है और यह विभाजित दिखती है।’
RSS नेता ने आगे कहा, ‘आरएसएस विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है। वे एक महान भारत के लिए काम कर रहे हैं। इसके साथ ही, वे छुआछूत, प्रदूषण, धार्मिक कट्टरता और जबरन धर्मांतरण से मुक्त समाज के लिए प्रयास कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि लोग कानून का पालन करें और नियमों का अनुसरण करें।’
क्या है विवाद?
दरअसल कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने संघ की तुलना आतंकी संगठन अलकायदा से की थी। संघ की आलोचना करते हुए उन्होंने रविवार को कहा कि संघ एक ऐसा संगठन है जो नफरत फैलाता है। यह नफरत पैदा करता है और नफरत का प्रचार करता है। वह संगठन अलकायदा जैसा है। अल-कायदा भी एक संगठित ग्रुप है जो नफरत और आतंक फैलाता है। मणिकम टैगोर ने कहा कि हमें ऐसे संगठन से कुछ भी सीखने की जरूरत नहीं है। संघ में सीखने जैसा कुछ नहीं है।
कांग्रेस नेता का यह बयान दिग्विजय सिंह के उस पोस्ट के बाद आया, जब उनसे पूछा कि वे संघ-भाजपा और पीएम मोदी की तारीफ कर रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने दिग्विजय सिंह के पोस्ट के जवाब में भले ही उनका समर्थन किया, लेकिन संघ पर हमलावर रहें। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि संघ से पार्टी को सीखने की जरूरत नहीं है।
दिग्विजय सिंह ने क्या कहा?
दिग्विजय सिंह ने एक्स पोस्ट में संघ, भाजपा और पीएम मोदी की तारीफ की है। उन्होंने लिखा कि कार्यकर्ता नेताओं की चरणों में फर्श पर बैठकर प्रदेश का मुख्यमंत्री व देश का प्रधानमंत्री बना। यह संगठन की शक्ति है। हालांकि, जब आलोचना हुई तो उन्होंने कहा कि विचारधारा की लड़ाई लड़ रहा हूं, आगे भी जारी रहेगी। मैं कांग्रेस पार्टी में बीते 50 साल से हूं।














