हार की निराशा और कैमरे पर निकला गुस्सा
शनिवार को प्रतियोगिता के दूसरे दिन मैग्नस कार्लसन का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। जब वे रूस के व्लादिस्लाव आर्टेमिव से हार गए, तो उनकी निराशा गुस्से में बदल गई। खेल हॉल से बाहर निकलते समय उनके सामने एक कैमरा आ गया, जिसे कार्लसन ने झटके से धक्का देकर हटा दिया और वहां से चले गए। ChessBase India द्वारा साझा किया गया यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें पांच बार के विश्व चैंपियन का यह व्यवहार खेल प्रेमियों को हैरान कर रहा है।
विवादों से भरा रहा चैंपियनशिप का आगाज
यह इस टूर्नामेंट में कार्लसन से जुड़ी पहली विवादास्पद घटना नहीं थी। प्रतियोगिता के पहले दिन भी उन्होंने अधिकारियों और साथी खिलाड़ियों को काफी देर तक इंतजार कराया था, जिससे खेल शुरू होने में देरी हुई थी। दूसरे दिन की शुरुआत में 0.5/2 के खराब स्कोर ने उन पर मानसिक दबाव बढ़ा दिया था। जब वे आर्टेमिव से हारे, जो उस समय तालिका में शीर्ष पर थे, तो कार्लसन अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सके।
दबाव का असर
शतरंज जैसे शांत और एकाग्रता वाले खेल में कार्लसन का यह व्यवहार खेल भावना पर सवाल खड़े करता है। हालांकि, खेल विशेषज्ञों का मानना है कि विश्व स्तर की प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों पर जीत का काफी ज्यादा दबाव होता है। हार का सामना करना किसी भी पेशेवर खिलाड़ी के लिए मुश्किल हो सकता है, लेकिन कैमरे और जनता की नजर में होने के कारण उनसे अच्छे व्यवहार की उम्मीद की जाती है।















