• Business
  • कई साल तक बना रहेगा अमेरिका का दबदबा, चीन के लिए आसान नहीं आगे निकलना, देख लीजिए ये आंकड़े

    नई दिल्ली: अमेरिका और चीन के बीच लंबे समय से ट्रेड वॉर चल रहा है। टेक्नोलॉजी की दुनिया में अमेरिका का जलवा है और चीन इस मोर्चे पर उसे कड़ी टक्कर देना चाहता है। लेकिन दुनिया की दूसरी बड़ी इकॉनमी वाले देश चीन के लिए ऐसा करना कतई आसान नहीं होगा। इसकी वजह यह है


    Azad Hind Desk अवतार
    By Azad Hind Desk दिसम्बर 19, 2025
    Views
    728 x 90 Advertisement
    728 x 90 Advertisement
    300 x 250 Advertisement
    नई दिल्ली: अमेरिका और चीन के बीच लंबे समय से ट्रेड वॉर चल रहा है। टेक्नोलॉजी की दुनिया में अमेरिका का जलवा है और चीन इस मोर्चे पर उसे कड़ी टक्कर देना चाहता है। लेकिन दुनिया की दूसरी बड़ी इकॉनमी वाले देश चीन के लिए ऐसा करना कतई आसान नहीं होगा। इसकी वजह यह है कि अमेरिका में 62 टेक कंपनियों का सालाना नेट प्रॉफिट 1 अरब डॉलर से ज्यादा है। चीन में ऐसी केवल 15 कंपनियां हैं। साफ है कि चीन को अभी लंबा रास्ता तय करना है।

    चीन, जापान, ताइवान और यूरोजोन की टॉप टेक कंपनियों को भी मिला दिया तो तब भी अमेरिका अकेले इन सभी पर भारी पड़ता है। इन देशों में कुल 41 ऐसी टेक कंपनियां हैं जिनका सालाना प्रॉफिट 1 अरब डॉलर से ज्यादा है। दुनिया की दस सबसे बड़ी कंपनियों में से आठ अमेरिका की टेक कंपनियां हैं। इनमें एनवीडिया, ऐपल, अल्फाबेट, माइक्रोसॉफ्ट, ऐमजॉन, मेटा प्लेटफॉर्म्स, टेस्ला और ब्रॉडकॉम शामिल हैं। इन सभी कंपनियों का मार्केट कैप 1 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा है।

    India China Trade: चीन ने भारत को बड़े नुकसान से बचा लिया, ड्रैगन के पास इन कंटेनरों में भरभरकर क्‍या गया?

    इनोवेशन में भी जलवा

    इसी तरह दुनिया के 10 सबसे ज्यादा इनोवेटिव कंपनियों में से 8 अमेरिका की हैं। इस लिस्ट में सर्विसनाउ पहले नंबर पर है। इसके बाद वर्कडे, सेल्सफोर्स, टेस्ला, ऐमजॉन, नेटफ्लिक्स और इनसाइट का नंबर है। ये सभी कंपनियां अमेरिका की हैं। भारत की हिंदुस्तान यूनिलीवर इस लिस्ट में आठवें और दक्षिण कोरिया के नेवर नौवें नंबर पर है। अमेरिका की फेसबुक इस लिस्ट में दसवें नंबर पर है। अगर टॉप 25 इनोवेटिव कंपनियों को देखें तो इसमें 18 अमेरिका की हैं।

    728 x 90 Advertisement
    728 x 90 Advertisement
    300 x 250 Advertisement

    हर महीने  ₹199 का सहयोग देकर आज़ाद हिन्द न्यूज़ को जीवंत रखें। जब हम आज़ाद हैं, तो हमारी आवाज़ भी मुक्त और बुलंद रहती है। साथी बनें और हमें आगे बढ़ने की ऊर्जा दें। सदस्यता के लिए “Support Us” बटन पर क्लिक करें।

    Support us

    ये आर्टिकल आपको कैसा लगा ? क्या आप अपनी कोई प्रतिक्रिया देना चाहेंगे ? आपका सुझाव और प्रतिक्रिया हमारे लिए महत्वपूर्ण है।