• International
  • चीन ने अपने हल्के टैंक को किया अपग्रेड, अब और ज्यादा मारक बना टाइप 99बी, भारत की बढ़ेगी टेंशन

    बीजिंग: चीन ने अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लड़ाई में सक्षम अपने हल्के लड़ाकू टैंक ‘टाइप 99बी’ को उन्नत सूचना-आधारित कमान, संचार क्षमताओं और एकीकृत मारक क्षमता से लैस किया है। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। टाइप 99 या ZTZ-99 चीन का तीसरी पीढ़ी का मुख्य युद्धक टैंक है। इसे टैंक


    Azad Hind Desk अवतार
    By Azad Hind Desk दिसम्बर 15, 2025
    Views
    728 x 90 Advertisement
    728 x 90 Advertisement
    300 x 250 Advertisement
    बीजिंग: चीन ने अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लड़ाई में सक्षम अपने हल्के लड़ाकू टैंक ‘टाइप 99बी’ को उन्नत सूचना-आधारित कमान, संचार क्षमताओं और एकीकृत मारक क्षमता से लैस किया है। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। टाइप 99 या ZTZ-99 चीन का तीसरी पीढ़ी का मुख्य युद्धक टैंक है। इसे टैंक पुराने टाइप 88 की जगह लेने के लिए बनाया गया है। टाइप 99 MBT चीन का पहला बड़े पैमाने पर उत्पादित तीसरी पीढ़ी का मुख्य युद्धक टैंक है। टाइप 99 सोवियत टी-72 चेसिस पर आधारित है। वर्तमान में इसके कई वेरिएंट चीनी सेना में शामिल हैं।

    भारत के साथ लगी सीमा पर होगा तैनात

    हांगकांग स्थित अखबार ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ ने आधिकारिक मीडिया की खबरों के हवाले से प्रकाशित रिपोर्ट में कहा है कि लड़ाकू टैंक को उन्नत क्षमताओं से लैस किए जाने की खबरें भारत द्वारा उच्च ऊंचाई वाले इलाकों में, खास तौर पर चीन के साथ लगी सीमा पर, युद्ध के लिए स्वदेशी रूप से विकसित हल्के टैंक जोरावर के अनावरण की पृष्ठभूमि में आई हैं।

    टाइप 99 टैंक में क्या अपग्रेड हुआ

    टाइप 99 बी टैंक को चीनी विजय दिवस परेड में आधिकारिक तौर पर पहली बार दुनिया के सामने पेश किया गया। हालांकि, इससे पहले 2024 में दो GL-6 APS लॉन्चर और चार रडार से लैस टाइप 99B प्रोटोटाइप चीन में देखा गया था। नए अपग्रेडेशन में एक अपग्रेडेड ब्लास्ट रिएक्टिव आर्मर मॉड्यूल, अडवांस इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और अन्य फाइटिंग व्हीकल्स के साथ सूचना शेयर करने के लिए सिस्टम, चालक दल के लिए 360 डिग्री विजन सिस्टम, नेक्स्ट जेनरेशन की थर्मल ऑप्टिक्स के साथ नया फायर कंट्रोल सिस्टम और युद्धक्षेत्र के हालात की जानकारी के लिए नए फोटोइलेक्ट्रिक और सेंसर सिस्टम शामिल है।

    जोरावर टैंक का नामांकरण कैसे हुआ

    जोरावर टैंक का नामकरण डोगरा योद्धा जनरल जोरावर सिंह के नाम पर किया गया है। इसका वजन लगभग 25 टन है। चीन ने 2017 में अपने हल्के टैंक के निर्माण की घोषणा की थी और इस साल सितंबर में बीजिंग में आयोजित सैन्य परेड में इसे प्रदर्शित किया था। सरकारी मीडिया की खबर के मुताबिक, उन्नत संस्करण को उच्च ऊंचाई वाले इलाकों और ठंडे मौसम में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार किया गया है।

    चीन का टाइप 99 भारत के जोरावर से भारी

    खबर में कहा गया है कि चीनी टैंक का वजन लगभग 55 टन है, जो भारत के जोरावर टैंक से अधिक है। ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ की खबर के अनुसार, चीन का ‘टाइप 99’ तीसरी पीढ़ी का मुख्य लड़ाकू टैंक है, जिसे अत्याधुनिक पश्चिमी टैंक से मुकाबला करने के लिए डिजाइन किया गया है।

    728 x 90 Advertisement
    728 x 90 Advertisement
    300 x 250 Advertisement

    हर महीने  ₹199 का सहयोग देकर आज़ाद हिन्द न्यूज़ को जीवंत रखें। जब हम आज़ाद हैं, तो हमारी आवाज़ भी मुक्त और बुलंद रहती है। साथी बनें और हमें आगे बढ़ने की ऊर्जा दें। सदस्यता के लिए “Support Us” बटन पर क्लिक करें।

    Support us

    ये आर्टिकल आपको कैसा लगा ? क्या आप अपनी कोई प्रतिक्रिया देना चाहेंगे ? आपका सुझाव और प्रतिक्रिया हमारे लिए महत्वपूर्ण है।