फिल्म में हुए अचानक बदलावों को लेकर डायरेक्टर वैभव वर्मा ने बताया कि, ‘मैं यह बयान सार्वजनिक रूप से इसलिए दे रहा हूं क्योंकि फिल्म कजिन ईशा के दौरान मेरे साथ जो हुआ, उसे लगातार गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है।’
अचानक प्रोडक्शन रोक दिया गया
उन्होंने आगे कहा, ‘नवंबर 2024 में श्रेष्ठ प्रोडक्शन के बैनर तले शुरू हुई इस फिल्म का शूट लगभग एक सप्ताह चला, जिसके बाद विक्रांत राय और उनके पिता गुलाब चंद्र राय ने अचानक प्रोडक्शन रोक दिया। इस पूरे दौरान मेरे साथ गाली-गलौज और मानसिक प्रताड़ना की गई। जिस दिन शूट रोका गया, उसी रात प्रोडक्शन यूनिट को नजरअंदाज कर विक्रांत राय और उनके पिता ने पार्टी का आयोजन किया। यूनिट के खाने के लिए पैसे देने से इनकार किया गया और अगले ही दिन बिना किसी सूचना के वे लोग सेट छोड़कर चले गए।’
कई लोगों के मैसेज आए
उन्होंने कहा, ‘इस बीच मेरे पास कई लोगों के जरिए यह मैसेज भिजवाया गया कि यदि मैं स्वयं फिल्म का निर्देशन करने के लिए तैयार हो जाऊं, तो वे सभी पुराने विवाद भुलाने को तैयार हैं। मैंने इस ऑफर को कई बार अस्वीकार किया। इसके बाद उनके पास कोई ऑप्शन न होने के कारण विक्रांत को निर्देशक घोषित किया गया, क्योंकि फिल्म का निर्देशन किसी न किसी को करना था। हालांकि सच्चाई यह है कि फिल्म को अंततः उनके क्रिएटिव डायरेक्टर जयंत गुप्ता द्वारा पूरा किया गया।’
‘मेरी छवि खराब करने की कोशिश हुई’
वैभव ने कहा, ‘यह दावा किया जा रहा है कि पूरी प्रोडक्शन टीम बदली गई थी, जबकि वास्तविकता यह है कि सिर्फ डायरेक्टर बदला गया। राइटर, कैमरामैन, रिकॉर्डिस्ट, प्रोडक्शन स्टाफ, म्यूजिक डायरेक्टर सहित बाकी टीम वही है । यह भी स्पष्ट करना जरूरी है कि इस फिल्म का निर्देशन विक्रांत राय ने नहीं, बल्कि जयंत गुप्ता ने किया है, जबकि श्रेय लेने की कोशिश कोई और कर रहा है। सेट पर झगड़े और अभद्र भाषा का प्रयोग विक्रांत राय के लिए कोई नई बात नहीं थी। उनके पिछले प्रोजेक्ट्स में भी इस तरह की घटनाओं की जानकारी सेट पर मौजूद लोगों से मुझे मिली। मेरा मीडिया से यही कहना है कि किसी की पर्सनल लाइफ या छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए पीआर का इस्तेमाल न किया जाए। अगर खर्च करना है, तो अपने काम और प्रोफेशनल आचरण को बेहतर बनाने में किया जाए।’














