फूड और ई-कॉमर्स से जुड़े गिग वर्कर्स सामान घर तक लाने की अहम कड़ी हैं, ऐसे में अगर हड़ताल हुई तो बड़ी दिक्कत होने वाली है। घर सामान मंगाना तो मुश्किल होगा ही, साथ ही इस हड़ताल के चलते कंपनियों को भी बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। गुड़गांव और गौतमबुद्ध नगर में इस हड़ताल का सबसे ज्यादा असर बड़ी सोसायटियों में रहने वाले उन परिवारों पर पड़ेगा, जो रोजमर्रा की जरूरतों से लेकर खाने पीने तक के लिए ऑनलाइन सेवाओं पर निर्भर हैं। हड़ताल ने हजारों सोसायटियों में रहने वाले लोगों की चिंता बढ़ा दी है कि जश्न की रात कहीं ऑनलाइन ऑर्डर न मिलने से मजा फीका न हो जाए।
Diwali Gift: डिलीवरी बॉय जैसे ‘गिग वर्कर्स’ को भी पेंशन, साथ में ये सुविधाएं भी मिलेंगी
सताने लगी चिंता
कई डिलिवरी पार्टनर्स साफ कह रहे हैं कि कंपनी से बातचीत और उचित वेतन की मांग के बिना पीछे हटना मुश्किल है। वहीं, हड़ताल की खबर ने रेस्टोरेंट संचालकों की मुश्किलें बढ़ा दी है, लेकिन कंपनियों से वह भी खुश नहीं हैं। रेस्टोरेंट संचालकों का आरोप है कि कंपनियां जहां डिलिवरी बॉय को लेकर सख्त है वही रेस्टोरेंट्स से भी ज्यादा कमिशन ले रही है। हड़ताल से उनके कारोबार पर सीधा असर पड़ेगा, साल के आखिरी दिन ही सबसे ज्यादा ऑर्डर आते हैं। लोगों का कहना है कि अगर 25 दिसंबर जैसा हाल रहा तो हाउसवाइव्स, सीनियर सिटिजंस और कामकाजी लोगों को बड़ी परेशानी होगी।
क्यों हो रही हड़ताल?
इकॉनमिक्स टाइम्स (ET) के मुताबिक इंडियन फेडरेशन ऑफ ऐप बेस्ड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स और तेलंगाना गिग एंड प्लैटफॉर्म वर्कर्स यूनियन ने नौकरी की सुरक्षा, ज्यादा सैलरी, सुरक्षित काम करने की स्थिति और सोशल सिक्योरिटी बेनिफिट्स की मांग को लेकर 25 और 31 दिसंबर को हड़तालों का आह्वान किया था। क्रिसमस पर लगभग 40,000 राइडर्स ने अचानक हड़ताल और बाइक रैलियां कीं, जिससे यूनियनों के मुताबिक 50% से 60% ऑर्डर में देरी हुई।
Explained: क्रिसमस के बाद क्या नए साल की पार्टी भी होगी खराब, आखिर क्यों हड़ताल करने पर मजबूर डिलीवरी बॉय?
बिजनेस पर होगा असर
ET के मुताबिक करीब 100,000- 150,000 राइडर्स ने हड़ताल प्लान की है। न्यू ईयर कंपनियों के लिए सबसे बिजी दिनों में से एक है। ऐसे में बिजनेस प्रभावित हो सकता है। मगर Zomato, Swiggy, Instamart, Blinkit, Zepto, Flipkart Minutes और Amazon Now ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।












