• International
  • पाकिस्तान ने अल्पसंख्यकों का मिटा डाला नामोनिशान, अब भारत को मुस्लिमों और क्रिसमस तोड़फोड़ पर द‍िया ज्ञान

    इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने भारत में अल्पसंख्यकों का मुद्दा उठाया है। जिस पाकिस्तान में खुद अल्पसंख्यकों को करीब करीब खत्म कर दिया गया है, जहां लोगों को ईशनिंदा के नाम पर मारकर जला दिया जाता है, जहां हर दिन हिंदू लड़कियों को जबरन धर्म परिवर्तन करवाया जाता है, उस पाकिस्तान ने भारत में क्रिसमस पर हुई


    Azad Hind Desk अवतार
    By Azad Hind Desk दिसम्बर 29, 2025
    Views
    728 x 90 Advertisement
    728 x 90 Advertisement
    300 x 250 Advertisement
    इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने भारत में अल्पसंख्यकों का मुद्दा उठाया है। जिस पाकिस्तान में खुद अल्पसंख्यकों को करीब करीब खत्म कर दिया गया है, जहां लोगों को ईशनिंदा के नाम पर मारकर जला दिया जाता है, जहां हर दिन हिंदू लड़कियों को जबरन धर्म परिवर्तन करवाया जाता है, उस पाकिस्तान ने भारत में क्रिसमस पर हुई कुछ छिटफुट घटनाओं पर चिंता जताई है। मतलब, इससे ज्यादा हिप्पोक्रेसी क्या होगी कि जो पाकिस्तान, आतंकियों को भारत धर्म पूछकर लोगों को मारने के लिए भेजता है, वो ज्ञान की बात कर रहा है।

    पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि भारत में क्रिसमस से पहले तोड़फोड़ और हिंसा की घटनाएं बेहद निंदनीय हैं और इससे धार्मिक अल्पसंख्यकों में भय और असुरक्षा की भावना बढ़ रही है। पाकिस्तानी मीडिया ने भारत के कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के हवाला देकर क्रिसमस समारोहों को निशाना बनाने का जिक्र किया गया है।

    पाकिस्तान पहले देश के हिंदुओं को बचाए
    विदेश कार्यालय ने अपने बयान में कहा कि “भारत में अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न गहरी चिंता का विषय है।” बयान में आरोप लगाया गया कि न सिर्फ ईसाई समुदाय के त्योहारों को निशाना बनाया गया, बल्कि मुसलमानों के खिलाफ भी “राज्य-प्रायोजित अभियानों” के तहत उनके घरों को गिराया गया और मॉब लिंचिंग की घटनाएं सामने आईं। ये वो पाकिस्तान है, जहां खुद अल्पसंख्यकों के पास कोई अधिकार नहीं है। जहां अहमदिया मुसलमानों के शवों को कब्र से निकालकर फेंक दिए जाते हैं, वो पाकिस्तान भारत पर आरोप लगा रहा है। वहीं, अखलाक हत्याकांड को लेकर भी पाकिस्तान ने जहर उगला है। पाकिस्तान ने दावा क‍िया कि “इस मामले में दोषियों को बचाने की कोशिशों ने अल्पसंख्यकों में गहरा अविश्वास पैदा किया है।”

    जबकि यूनाइटेट नेशंस की रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान में हर साल करीब 1,000 हिंदू और ईसाई लड़कियों को अगवा किया जाता है और उनका धर्म परिवर्तन कर जबरन शादी करवा दी जाती है। सिंध और दक्षिण पंजाब, अल्पसंख्यकों पर होने वाले हमलों के लिए कुख्यात है। साल 2022 में मानवाधिकार फैक्ट शीट के मुताबिक 124 हिन्दू लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन किया गया और मुसलमानों के साथ उनकी शादी करवा दी गई। पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून के तहत 100 से ज्यादा मामले दर्ज हैं, जिनमें बहुत बड़ी संख्या अल्पसंख्यकों से जुड़ी है। इसके अलावा 2019 से 2025 तक हिंदुओं के खिलाफ 334 गंभीर हिंसा और हत्या के मामले दर्ज किए गये हैं।

    728 x 90 Advertisement
    728 x 90 Advertisement
    300 x 250 Advertisement

    हर महीने  ₹199 का सहयोग देकर आज़ाद हिन्द न्यूज़ को जीवंत रखें। जब हम आज़ाद हैं, तो हमारी आवाज़ भी मुक्त और बुलंद रहती है। साथी बनें और हमें आगे बढ़ने की ऊर्जा दें। सदस्यता के लिए “Support Us” बटन पर क्लिक करें।

    Support us

    ये आर्टिकल आपको कैसा लगा ? क्या आप अपनी कोई प्रतिक्रिया देना चाहेंगे ? आपका सुझाव और प्रतिक्रिया हमारे लिए महत्वपूर्ण है।