फोन के साथ आनी थी “द 47 प्लान”
बता दें कि ट्रंप मोबाइल, ब्रैंड ट्रंप के टेलीकम्युनिकेशन सेक्टर में एंटर होने का एक जरिया था। इसके अलावा कंपनी ने एक “द 47 प्लान” नाम से सर्विस भी शुरू करने वाली थी। इसमें अनलिमिटेड टॉक, टेक्स्ट और डेटा के साथ-साथ रोडसाइड असिस्टेंस और टेलीहेल्थ जैसी सुविधाएं शामिल थीं। पहले कंपनी का लक्ष्य था कि इसे सितंबर तक लॉन्च कर दिया जाए लेकिन अब इसके लॉन्च के बारे में कुछ भी साफ-साफ नहीं कहा जा सकता। गौर करने वाली है कि यह योजना सिर्फ एक स्मार्टफोन बेचने तक सीमित नहीं थी बल्कि इसका मकसद पूरी टेलीकम्युनिकेशन सर्विस को टार्गेट करना था।
‘मेड इन अमेरिका’ का वादा
ट्रंप ऑर्गनाइजेशन की देखरेख करने वाले एरिक ट्रंप ने कहा था कि ये फोन अमेरिका में ही बनाए जाएंगे और इन्हें घरेलू कॉल सेंटर के जरिए सपोर्ट मिलेगा। इस पूरे प्रोजेक्ट को ट्रंप ने एक प्रीमियम प्रोडक्ट देने के साथ-साथ रोजगार देने वाली योजना के तौर पर भी पेश किया था। ट्रंप के मुताबिक यह “मेड इन अमेरिका” की अवधारणा को बढ़ावा देने की कोशिश थी। बता दें कि ट्रंप ऑर्गनाइजेशन का इतिहास रियल एस्टेट, हॉस्पिटैलिटी, गोल्फ कोर्स आदि तक सीमित रहा है।
नैतिक सवाल और हितों का टकराव
ट्रंप के मोबाइल फोन लॉन्च करने के प्लान पर एक्सपर्ट्स का कहना है कि ट्रंप परिवार के व्यावसायिक उपक्रम नैतिक सवाल खड़े करते हैं, खासकर जब ट्रंप खुद राष्ट्रपति हैं। ट्रंप की इस योजना को लेकर ऐसे सवाल भी उठे हैं कि क्या सार्वजनिक नीति को निजी व्यावसायिक हितों के लाभ के लिए बनाया जा रहा है? फिलहाल ट्रंप मोबाइल के गोल्ड स्मार्टफोन के लॉन्च में देरी एक बड़ा झटका है। आने वाले समय में देखना होगा कि ट्रंप मोबाइल कब तक इस फोन को लॉन्च करने का विचार करती है।














