मालती चाहर ने सिद्धार्थ कनन को दिए इंटरव्यू में बताया कि सातवीं क्लास के बाद से उनकी जिंदगी ने दर्दनाक मोड़ लिया। साथ ही बताया कि वह किस हेल्थ इशू से गुजर रही हैं, जिसके कारण पीरियड्स में उन्हें बहुत दर्द होता है। इसी वजह से वह बिग बॉस के घर में भी परेशान हो रही थीं।
मालती का दर्द- 7वीं क्लास के चीजें गलत हो गईं, मुझे एडिनोमायोसिस है
मालती चाहर ने बताया, ‘सातवीं क्लास के बाद बहुत सी चीजें गलत हो गईं। मुझे पीरियड्स शुरू हो गए। मुझे एडिनोमायोसिस है, एक ऐसी स्थिति जिससे मुझे पीरियड्स में बहुत दर्द होता है। मुझे लगभग हर महीने अस्पताल में भर्ती होना पड़ता था। इसका कोई स्थायी इलाज नहीं है। हार्मोनल दवाइयां ली जा सकती हैं, लेकिन उनके साइड इफेक्ट्स होते हैं, इसलिए मैं उनसे बचने की कोशिश करती हूं। आज भी मैं लगातार दर्द में जी रही हूं। बिग बॉस के घर में भी किसी ने मुझे या मेरे दर्द को नहीं समझा। दिक्कत ये है कि उन लोगों को समझाना बेहद मुश्किल हो जाता है, जिनका रवैया होता है कि सबको होता है, इसका इतना क्या है?’
‘पैरेंट्स के बीच टेंशन थी, रोज लड़ते थे’
मालती ने फिर बताया कि हेल्थ इशूज के अलावा वह कुछ पारिवारिक मुद्दों से भी जूझ रही थीं। उनके पैरेंट्स की बहुत लड़ाई होती थी। मालती बोलीं, ‘मेरे पैरेंट्स के बीच बहुत टेंशन थी। वो लगातार लड़ते रहते थे, और भाई-बहनों में बड़े होने के नाते मुझे यह सब देखना पड़ता था। मेरे भाई ने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था, जिससे वह इन झगड़ों से दूर रहता था।’
‘पापा से लड़ने के बाद मम्मी मुझे मारतीं, पापी भी ऐसा करते थे’
मालती बोलीं, ‘हम एक 1BHK घर में रहते थे, जब मम्मी-पापा लड़ रहे हों तो आप कहां जाएंगे? कई बार मेरी मां, पापा से झगड़ा करने के बाद मुझे मारती थीं, और कभी-कभी पापा भी ऐसा ही करते थे। उन्हें कभी इस बात का एहसास नहीं हुआ कि इसका मुझ पर कितना बुरा असर पड़ता है। उनके बीच आपसी तालमेल की कमी थी और वो पिछले 13 सालों से अलग रह रहे हैं।’
‘पापा ने 12वीं क्लास तक कर दिया था बायकॉट, आजादी नहीं दी’
मालती चाहर ने बताया कि वह सिर्फ इन्हीं मुश्किलों से नहीं जूझ रही थीं, बल्कि उनकी जिंदगी में एक परेशानी भरा दौर आया। वह भी तब जब पापा ने उनकी 12वीं क्लास की पढ़ाई पूरी होने तक उनका पूरी तरह से बायकॉट कर दिया था। मालती बोलीं, ‘मैंने पापा से कहा था कि मैं मिस इंडिया ब्यूटी पेजेंट में हिस्सा लेना चाहती हूं और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में अपना करियर बनाना चाहती हूं। हालांकि, वो चाहते थे कि मैं आईपीएस अधिकारी बनूं। उनका मानना था कि मुझे इन महत्वाकांक्षाओं से दूर रखकर मैं अपनी पढ़ाई पर ध्यान दूंगी। मुझे ग्यारहवीं क्लास तक छोटे बाल रखने के लिए मजबूर किया गया और कोई आजादी नहीं दी गई। इसका मुझ पर गहरा असर पड़ा।’
मालती के साथ अकसर होती थी छेड़छाड़, इस डर से घर में नहीं बताया
मालती ने फिर बताया कि जब एक बार उनके पापा की पोस्टिंग सूरतगढ़ में थीं, तो उनके साथ बचपन में किसी ने छेड़छाड़ की थी। पर उन्होंने इस बारे में पैरेंट्स को नहीं बताया। मालती को लगा कि घरवाले फिर उन पर और ज्यादा पाबंदियां लगा देंते। वह बोलीं, ‘मेरे पापा की पोस्टिंग सूरतगढ़ में थी, जो एक छोटा सा शहर है। वहां मेरे साथ अकसर छेड़छाड़ होती थी, लेकिन मैं पैरेंट्स से शिकायत नहीं कर सकती थी क्योंकि मुझे पता था कि वे मुझ पर और भी पाबंदियां लगा देंगे। इन सब बातों से मुझे लगता है कि सातवीं क्लास के बाद मेरी लाइफ अच्छी नहीं रही। मेरे पापा की बुरी मंशा नहीं थी, लेकिन मैं अपनी मर्जी से कुछ भी नहीं कर सकती थी।’














