फिल्म ‘मुगल-ए-आजम’ में दिलीप कुमार ने सलीम का रोल करके खूब वाहवाही लूटी थी। हर कोई कह रहा था कि उनकी ये बेस्ट परफॉर्मेंस थी। लेकिन डायरेक्टर ने उन्हें ऑडिशन के दौरान ही रिजेक्ट कर दिया था। कहा था कि वह उस भूमिका को निभाने के लिए बहुत छोटे हैं। उनमें शाही अंदाज तो है लेकिन उसमें मैच्योरिटी की कमी है। हालांकि बाद में कास्ट कर लिया था।
बहन की के.आसिफ से बढ़ी नजदीकियां
‘मुगल-ए-आजम’ के दौरान के दिलीप कुमार के.आसिफ की अच्छी दोस्ती हो गई थी। डायरेक्टर का एक्टर के घर आना-जाना होने लगा था। इसी बीच निर्देशक का अभिनेता की बहन अख्तर से नजदीकियां बढ़ने लगी थीं। दोनों प्यार करने लगे थे। वैसे तो इस रिश्ते में कोई समस्या नहीं होती, लेकिन के. आसिफ पहले से ही दो बार शादीशुदा थे। उन्होंने सितारा देवी से शादी की, तलाक लिया और फिर ‘मुगल-ए-आजम’ की एक्ट्रेस निगार सुल्ताना से शादी की।
दिलीप ने बहन और आसिफ से बनाई दूरी
दिलीप कुमार की बायोग्राफी में बताया गया है कि अख्तर आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका गई थीं लेकिन एक्टर को ये नहीं पता था कि उनका अफेयर चल रहा है और बिना सहमति के वह शादी करने का फैसला कर चुकी हैं। ‘वो अच्छी तरह जानते थे कि मैं बहन की शादी एक ऐसे आदमी से नहीं होने दूंगा जो दो बार शादी कर चुका है और उम्र में भी बहुत बड़ा है। अख्तर ने मुझे निराश किया और इसीलिए मैंने कई सालों तक दोनों से दूरी बनाई रखी।’
के.आसिफ की मौत श्राफ का नतीजा
दो शादियां करने के बाद के.आसिफ, अख्तर के साथ भाग गए थे और इससे दिलीप कुमार का दिल टूट गया था। वह ‘मुगल-ए-आजम’ के प्रीमियर पर भी नहीं आए थे। डायरेक्टर की पत्नी सितारादेवी ने बताया था कि उन्होंने अपने पति को खूब खरी-खोटी सुनाई थी। कहा था कि उसने दिलीप भाई को धोखा देकर पाप किया है। उसे उसकी सजा भुगतनी पड़ेगी। वहीं, जब 1971 में 48 साल की उम्र में आसिफ की मौत हुई तो सितारा देवी को अपने शब्द याद आए कि पति को उन्होंने जो श्राप दिया था कि वह जल्दी मर जाएंगे क्योंकि उन्होंने दिलीप भाई को धोखा दिया था, वह वाकई सच हो गई।













