राजेश खन्ना और अंजू महेन्द्रू का रिश्ता 1966 में शुरू हुआ। साल 2012 में राजेश के निधन के बाद भी उनके इस रिश्ते को लेकर चर्चा जोरदार रही। कहते हैं कि राजेश खन्ना और अंजू महेंद्रू का रिश्ता एक थिएटर नाटक के जरिए शुरू हुआ था। ये कहानी तब शुरू हुई थी जब अंजू इंडस्ट्री में उभरती हुईं मॉडल हुआ करती थीं और राजेस ने एक टैलेंट कॉन्टेस्ट जीता था।
दावे में कहा गया, ये घर राजेश ने उन्हें उन्हें तोहफे में दिया था
कहते हैं कि अंजू का करियर उम्मीद के मुताबिक आगे नहीं बढ़ा और राजेश को तेजी से सफलता मिलने लगी। इसके बाद एक्टर ने ‘आशीर्वाद’ नाम का एक घर खरीदा और अंजू वहां के सारे काम संभालने लगीं। वो उनके कार्यक्रम और पार्टियों का भी ध्यान रखा करती थीं। हालांकि, कुछ दावे ऐसे भी रहे जिसमें कहा गया था कि ये घर राजेश ने उन्हें उन्हें तोहफे में दिया था।
अंजू के प्रोजेक्ट्स में दखलंदाजी करने लगे थे
देखते ही देखते राजेश का करियर ऊंचाई पर था। उस दौरान खबरें ऐसी भी सुनने को मिली कि राजेश अंजू के प्रोजेक्ट्स में दखलंदाजी करने लगे थे। ये भी चर्चा हुई कि वह अपने रिश्ते को लेकर बहुत ज्यादा पजेसिव थे और अधिकार जताने लगे थे और फिर अंजू को हफ्तों की मेहनत के बाद प्रोजेक्ट छोड़ना पड़ता था।
कहते हैं कि साल 1971 में राजेश ने अंजू को शादी का प्रस्ताव दिया लेकिन अंजू ने उस वक्त अपने करियर पर ध्यान देने की बात कहते हुए हुए शादी के ऑफर को ठुकरा दिया था। बताया जाता है कि इससे उनके रिश्ते में दरार आ गई। लगभग उसी समय, अंजू का नाम वेस्ट इंडीज के क्रिकेटर गैरी सोबर्स से जोड़ा गया, जिनसे उनकी मुलाकात एक दोस्त के घर पर हुई थी। गैरी ने अंजू को शादी के लिए प्रपोज़ दिया और अंजू ने स्वीकार कर लिया।
‘अगर मैं स्कर्ट पहनती, तो वो झट से कहते, साड़ी क्यों नहीं पहनती?’
साल 1973 में ‘स्टारडस्ट’ को दिए एक इंटरव्यू में अंजू ने कहा था, ‘राजेश मेरे बारे में काफी इनसिक्यॉर और पजेसिव थे और उन्हें लगता था कि वह मेरी जिंदगी को कंट्रोल कर सकते हैं। वह बहुत शक्की हो गए थे। इतना कि वह हर थोड़ी देर में मेरे घर फोन करके मेरे बारे में पूछते रहते थे। वो बस यही चाहते थे कि मैं हर समय घर पर रहूं और उनका इंतजार करूं। असल में वो बहुत ही रूढ़िवादी इंसान हैं, हमारे रिश्ते में उलझन हमेशा रहती थी। अगर मैं स्कर्ट पहनती, तो वो झट से कहते, साड़ी क्यों नहीं पहनती? अगर मैं साड़ी पहनती, तो वो नाक सिकोड़कर कहते, भारतीय नारी जैसा दिखने की कोशिश क्यों कर रही हो?’
डिंपल उन्हें ‘अंकल’ और ‘आंटी’ कहकर बुलाते थे
बाद में ‘स्टारडस्ट’ को दिए एक इंटरव्यू में अंजू ने डिंपल कपाडिया से अपनी पहली मुलाकात को याद किया। उन्होंने बताया कि डिंपल राजेश को ‘अंकल’ और उन्हें ‘आंटी’ कहकर बुलाती थीं, लेकिन बाद में उनका रवैया बदल गया। अंजू ने कहा था, ‘डिंपल मासूमियत का दिखावा करती थीं, लेकिन मेरी पीठ पीछे ताने मारती थीं।’
एक पार्टी जिसने सब कुछ बदल दिया
राजेश खन्ना और डिंपल कपाडिया के बीच अफेयर की अफवाहों के बीच राजेश ने एक बड़ी पार्टी रखी। उन्होंने अंजू को मेहमानों को आमंत्रित करने के लिए कहा, लेकिन अंजू ने जानबूझकर डिंपल को पार्टी में नहीं बुलाया। कहते हैं कि इस वजह से राजेश नाराज हो गए और उन्होंने माफी मांगने के लिए डिंपल को पार्टी में इन्वाइट किया। माहौल कुछ ऐसा था कि अंजू और डिंपल के बीच तनाव पैदा हो गया। पार्टी के दौरान, डिंपल ने व्यंग्य भरे लहजे में अंजू से पूछा कि क्या वह अंदर आ सकती हैं। इसपर अंजू को गुस्सा आ गया और उन्होंने जवाब दिया- अगर आपको इन्वाइट किया गया है तो ठीक है और अगर नहीं, तो कृपया चली जाइए।
राजेश खन्ना ने अपनी बारात अंजू महेंद्रू के घर के सामने से निकाली
1973 में राजेश खन्ना ने डिंपल कपाडिया को शादी के लिए प्रपोज़ किया और उसी साल दोनों ने शादी कर ली। उस समय डिंपल महज 15 साल की थीं, जो राजेश की उम्र की आधी थी। खैर मनमुटाव के बाद राजेश खन्ना और अंजू का ब्रेकअप हो गया। अंजू से ब्रेकअप के बाद राजेश खन्ना ने साल 1973 में अपने से आधे उम्र की डिंपल कपाड़िया से शादी कर ली। रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजेश खन्ना ने डिंपल से शादी के लिए अपनी बारात अंजू महेंद्रू को चिढ़ाने के लिए उनके घर के सामने से निकाली थी। इतना ही नहीं, कहते हैं कि अंजू के घर के सामने पूरे आधे घंटे तक बारातियों ने डांस भी किया गया था। हालांकि., आखिरी समय में राजेश खन्ना की देखभाल अंजू ने ही की।
वे सात साल तक रिश्ते में रहे
वहीं राजेश खन्ना का नाम मुमताज से भी खूब जुड़ा था। सुपरस्टार के साथ रोमांटिक संबंधों की अफवाहों में घिरीं एक्ट्रेस मुमताज ने कहा था कि अगर राजेश खन्ना अंजू महेंद्रू के साथ रहते तो शायद आज भी जीवित होते। विक्की लालवानी को दिए एक इंटरव्यू में मुमताज ने खुलासा किया कि राजेश खन्ना के करीबी होने के नाते, वह उनकी लंबे समय से उनकी गर्लफ्रेंड रहीं अंजू महेंद्रू के साथ उनकी लव-लाइफ की गवाह थीं, जिनके साथ वे सात साल तक रिश्ते में रहे।
मुमताज ने कहा था- अंजू उन्हें फूलों की तरह संभालती थीं
अंजू ने काका की जिस तरह एक नाजुक फूलों की तरह देखभाल की, उसके बारे में बात करते हुए मुमताज ने बताया, ‘अंजू बहुत अच्छी मेजबान थीं। जब मेरी शादी हुई, तो मैं और मेरे पति उनके घर जाया करते थे, और वे बहुत मेहमाननवाजी करते थे। वे पीते थे, काका भी पीते थे… मुझे पता था कि वे एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे। दरअसल, मुझे तब हैरानी हुई जब मुझे पता चला कि उन्होंने अंजू को छोड़कर (डिंपल कपाडिया से) शादी कर ली है। मुझे इसकी बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी। आज भी मैं यही कहूंगी कि शायद अंजू होती तो काका आज भी जिंदा होते। वो उन्हें फूलों की तरह संभालती थीं। यहां तक कि जब वो बीमार थे, तब भी वह हमेशा बंगले में रहती थीं। वह हमेशा उनकी देखभाल करती थीं, उनके खाने-पीने का, उनकी दवाइयों का। वो एक अद्भुत इंसान थीं। लेकिन किस्मत से कोई नहीं बच सकता।’














