CFR की रिपोर्ट में क्या कहा गया है
CFR ने अपनी ‘कॉन्फ्लिक्ट्स टू वॉच इन 2026’ रिपोर्ट में कहा है कि “बढ़ी हुई आतंकवादी गतिविधि के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच फिर से सशस्त्र संघर्ष की ‘मध्यम संभावना’ है।” यह रिपोर्ट तब प्रकाशित हुई है, जब मई में भारत-पाकिस्तान के बीच चार दिनों का सशस्त्र संघर्ष हो चुका है। इस दौरान दोनों देशों ने एक दूसरे पर मिसाइलों और ड्रोन से हमले किए थे। भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। इस दौरान पाकिस्तान में कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। बाद में यह संघर्ष भारत और पाकिस्तान की सेनाओं तक पहुंच गया।
एलओसी पर तनाव
उस दौरान भारत के जवाबी कार्रवाई से परेशान पाकिस्तान ने संघर्ष विराम की पहल की थी। लेकिन, वह लगातार भड़काऊ बयान दे रहा है। पाकिस्तानी सेना चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज असीम मुनीर के नेतृत्व में लगातार जंगी तैयारियां कर रही है। इसके अलावा खुफिया इनपुट है कि इस सर्दी जम्मू क्षेत्र में 30 से अधिक पाकिस्तानी आतंकी सक्रिय हैं। ऐसे में भारत ने भी इस इलाके में सुरक्षा को मजबूत किया है। पाकिस्तान के पीओके में कई आतंकी लॉन्चपैड को फिर से सक्रिय कर दिया है। इन लॉन्चपैड में दर्जनों आतंकी भारत में घुसपैठ की तैयारी में हैं।
भारत-पाकिस्तान खरीद रहे हथियार
भारत और पाकिस्तान में भले ही युद्धविराम लागू है, लेकिन सीमा पर तनाव बना हुआ है। दोनों देशों ने हथियारों की खरीद में तेजी दिखाई है। भारत ने हाल में ही ड्रोन, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, गाइडेड बमों की खरीद के लिए 79000 करोड़ रुपये के सौदे को मंजूरी दी है। इस तरह पाकिस्तान ने भी ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपनी कमियों को दूर करने के लिए कई देशों से हथियारों की खरीद की है। पाकिस्तान ने सैन्य हथियार मुख्य रूप से चीन और तुर्की जैसे देशों से खरीदा है।













