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  • विपक्ष को किस नाम से विरोध, राम के नाम से? मनरेगा की जगह नए बिल पर विपक्ष का प्रदर्शन तो भड़के चिराग पासवान

    नई दिल्ली: ‘मनरेगा’ योजना की जगह केंद्र की ओर से लाया गया ‘वीबी जी राम जी’ विधेयक संसद से पारित हो गया है। गुरुवार दिन में लोकसभा और फिर देर रात राज्यसभा से ये बिल पास हो गया। संसद से ‘जी राम जी’ बिल पारित होने के बाद हंगामा बढ़ने लगा। विपक्षी सांसद खास तौर


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    By Azad Hind Desk दिसम्बर 19, 2025
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    नई दिल्ली: ‘मनरेगा’ योजना की जगह केंद्र की ओर से लाया गया ‘वीबी जी राम जी’ विधेयक संसद से पारित हो गया है। गुरुवार दिन में लोकसभा और फिर देर रात राज्यसभा से ये बिल पास हो गया। संसद से ‘जी राम जी’ बिल पारित होने के बाद हंगामा बढ़ने लगा। विपक्षी सांसद खास तौर से टीएमसी ने विरोध में आवाज बुलंद की। उन्होंने 12 घंटे तक संसद की सीढ़ियों पर धरना दिया। वहीं विपक्ष के इस विरोध पर केंद्रीय मंत्री और एलजेपी-आर के सांसद चिराग पासवा ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने विपक्ष से पूछा कि आखिर विपक्ष को किस नाम से विरोध है, राम के नाम से? जो बापू महात्मा गांधी का सबसे प्रिय नाम था। उनके आखिरी शब्द भी हे राम थे।

    टीएमसी सांसदों पर क्यों भड़के चिराग पासवान

    संसद परिसर में विपक्षी प्रदर्शन पर सवाल उठाते हुए चिराग पासवान ने टीएमसी सांसदों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्षी सांसद बापू के नाम पर राजनीति कर रहे तो उन्हें ये समझना चाहिए कि बापू के आदर्श क्या थे। बापू के आदर्श कतई ये नहीं थे कि आपके सांसद चेयर को अपमानित करें। जब कोई मंत्री जवाब दे रहा हो तो उसके ऊपर कागज फेंकने का काम करें। बापू के आदर्शों में कतई ये बातें नहीं सिखाई गई थीं। उनके आदर्शों में शांति की बात थी।

    ‘आपको राम के नाम से ऐतराज है जो बापू का सबसे प्रिय था’

    चिराग ने विपक्षी सदस्यों को समझाते हुए कहा कि आप शांतिपूर्वक धरना कीजिए, प्रदर्शन करिए। आक्रोश दर्ज कराने का पूरा मौका आपको दिया जाता है और दिया भी गया है। और आपको किस नाम से ऐतराज है भाई, राम के नाम से ऐतराज है। जो बापू का सबसे प्रिय नाम था। अंतिम समय में बापू की जुबान पर राम का ही नाम था। हे राम करते-करते उन्होंने अंतिम सांस ली और आपको राम के नाम पर ऐतराज है।

    मनरेगा के नाम बदले जाने पर ये बोले चिराग पासवान

    चिराग पासवान ने कहा कि बापू के नाम पर नहीं बापू के काम पर जिस दिन विपक्षी सदस्य टीएमसी के नेता ध्यान देने का काम करेंगे तो संभवतः बापू के आदर्शों पर ये चल पाएंगे नहीं तो उनके नाम पर सिर्फ राजनीति ही करेंगे। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि यह सिर्फ नाम बदलने की बात नहीं है।

    गांधी को लेकर चिराग ने कह दी बड़ी बात

    केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह एक नई योजना है और मौजूदा योजनाओं का विस्तार है। क्या ‘नरेगा’ का नाम बदलकर ‘मनरेगा’ नहीं किया गया था? समय-समय पर, जब योजनाओं का विस्तार किया जाता है और उन्हें आगे बढ़ाया जाता है, तो वे नई सोच और कभी-कभी नए नाम के साथ आती हैं। ऐसे में महात्मा गांधी के विचारों और सोच को कौन खारिज कर सकता है?

    गजेंद्र शेखावत ने क्या कहा

    केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने योजना में सुधार के लिए इसे जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि देशभर में ‘मनरेगा’ को लेकर जिस तरह के हालात बने थे, उसे देखते हुए इस स्कीम में सुधार की साफ जरूरत और मांग थी। इन हालात को ध्यान में रखते हुए, प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में, हमने रोजगार गारंटी को 100 दिन से बढ़ाकर 125 दिन करने का फैसला किया है। इसके अलावा स्कीम में टेक्नोलॉजी को शामिल करके, ज्यादा असरदार, प्रोडक्टिव और प्रभावशाली काम सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है।

    विकसित भारत-जी राम जी बिल क्यों जरूरी, बीजेपी MP ने बताया

    बीजेपी सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने कहा कि विपक्ष में इस सरकार को चुनौती देने की ताकत नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश लगातार तरक्की कर रहा है। नया विकसित भारत-जी राम जी बिल मनरेगा की कमियों को दूर करता है, जहां जमीनी स्तर पर भ्रष्टाचार होता था। यह बिल बड़े सुधार लाता है, राज्य अधिकारियों की जवाबदेही तय करता है और सिस्टम में डिजिटलीकरण और पारदर्शिता लाता है, जिससे भ्रष्टाचार करने वालों को परेशानी हो रही है।

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