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  • शरीर में एनर्जी नहीं बची थी, विश्व कप में हार के बाद क्रिकेट छोड़ना चाहते थे रोहित शर्मा

    नई दिल्ली: भारतीय टीम 2023 विश्व कप जीतने की प्रबल दावेदार मानी जा रही थी। लगातार 10 मैच जीतकर टीम ने फाइनल में एंट्री मारी थी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत ने शुरुआत भी विस्फोटक की। हालांकि अंत में ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में अपने नाम कर लिया। इस हार ने पूरे देश को सदमे में डाल


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    By Azad Hind Desk दिसम्बर 22, 2025
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    नई दिल्ली: भारतीय टीम 2023 विश्व कप जीतने की प्रबल दावेदार मानी जा रही थी। लगातार 10 मैच जीतकर टीम ने फाइनल में एंट्री मारी थी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत ने शुरुआत भी विस्फोटक की। हालांकि अंत में ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में अपने नाम कर लिया। इस हार ने पूरे देश को सदमे में डाल दिया। टीम ने वह टूर्नामेंट रोहित शर्मा की कप्तानी में खेला था। रोहित ने खुलासा किया है कि उस हार के बाद वह क्रिकेट से पूरी तरह दूर होना चाहते थे।

    क्रिकेट नहीं खेलना चाहते थे रोहित

    रोहित शर्मा से मास्टर्स यूनियन इवेंट में विश्व कप की हार के बारे में सवाल किया गया। इसके जवाब में पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘2023 वर्ल्ड कप फाइनल के बाद, मैं पूरी तरह से परेशान था और मुझे लगा कि मैं अब यह खेल और नहीं खेलना चाहता, क्योंकि इसने मुझसे सब कुछ छीन लिया था और मुझे लगा कि मेरे पास अब कुछ नहीं बचा है। मैदान पर वापस आने और फिर से आगे बढ़ने के लिए बहुत ज्यादा एनर्जी और कैलकुलेशन लगी।’

    रोहित शर्मा ने उस हार के बाद कहा- सब बहुत निराश थे और हमें विश्वास नहीं हो रहा था कि क्या हुआ। पर्सनली यह बहुत मुश्किल समय था क्योंकि कप्तान बनने के बाद से मैंने वर्ल्ड कप में अपना सब कुछ लगा दिया था। मैं पूरी तरह टूट गया था और मेरे शरीर में बिल्कुल एनर्जी नहीं बची थी। मुझे नॉर्मल होने में कुछ महीने लग गए। यह एक बहुत मुश्किल बात थी जिसे पचाना आसान नहीं था।

    टी20 में भारत को विश्व चैंपियन बनाया

    अहमदाबाद में मिली हार के एक साल से भी कम समय बाद भारत ने रोहित शर्मा की कप्तानी में टी20 विश्व कप 2024 का खिताब जीता। 17 साल बाद भारत के खाते में टी20 विश्व कप आया था। रोहित ने कहा- मुझे पता था कि जिंदगी वहीं खत्म नहीं होती। यह एक बड़ा सबक था – निराशा से कैसे निपटना है, खुद को संभालना है और नई शुरुआत करनी है। यह बात अब कहना बहुत आसान है, लेकिन उस समय यह बहुत मुश्किल था।

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