एयरलाइंस के जानकारों का कहना है कि चूंकि दो से पांच दिसंबर के बीच इंडिगो के सामने जो संकट आया था। उसमें उनके रोस्टर गड़बड़ाने और लागू हुए FDTL के हिसाब से पायलटों की कमी भी रहा था। रेगुलेटर DGCA ने इंडिगो को FDTL के नियमों को लागू करने में उसे 10 फरवरी 2026 तक की छूट दी है। इससे पहले इंडिगो कम से कम अपने पायलट बेड़े में पायलटों की कमी को दूर करने का प्रयास कर रहा है। सूत्रों का कहना है कि आने वाले समय में इंडिगो की योजना करीब 1000 पायलट भर्ती करने की है। ताकि उसने जो 500 नए एयरक्राफ्ट का ऑर्डर दे रखा है उनके लिए भी पायलटों की कोई कमी ना रहे।
DGCA को दी जानकारी
सभी एयरलाइंस ने पायलटों की भर्ती की प्रक्रिया के बारे में DGCA को भी बता दिया है। दूसरी तरफ, अब DGCA भी पहले से अधिक चौकन्ना होते हुए सभी एयरलाइंस से FDTL के नियमों के हिसाब से उनके बेड़े में हवाई जहाज, उनकी हर दिन की फ्लाइट और पायलटों का रेकॉर्ड भी ले रहा है। ताकि DGCA भी इस बात से निश्चिंत रहे कि एफडीटीएल के नए नियमों के हिसाब से सही में एयरलाइंस के पास जितने हवाई जहाज और उसकी प्रतिदिन की फ्लाइट के हिसाब से पायलट क्रू है भी या नहीं?
समय रहते करना होगा पूरा
सूत्रों का कहना है कि इसमें डीजीसीए को लगता है कि अगर कहीं पायलटों की कमी महसूस की जा रही है तो उसे समय रहते पूरा करना होगा। वरना एयरलाइंस को अपनी फ्लाइटों में कटौती करनी पड़ सकती है। ताकि अनावश्यक रूप से यात्रियों को उनकी फ्लाइट कैंसल और डिले करने के रूप में परेशानी ना हो।
हर महीने 100 पायलट भर्ती करेगी इंडिगो
भारत में 418 एयरक्राफ्ट के साथ सबसे बड़ी एयरलाइस इंडिगो दिसंबर की शुरूआत में बिगड़ी अपनी इमेज को सुधारने में जी जान से जुटी हुई है। सूत्रों का कहना है कि इंडिगो यह भी नही चाहती कि वह बहुत अधिक संख्या में पायलटों की भर्ती कर ले और अब ऐसा भी ना हो कि पायलट और कैप्टन की कमी की वजह से उसके हवाई जहाज ही ग्राउंड हो जाए। इन सब बातों को देखते हुए अगले महीने से इंडिगो कम से कम 100 पायलट हर महीने भर्ती करने की योजना बना रही है। अन्य एयरलाइंस भी अपनी जरूरत के मुताबिक पायलटों की भर्ती पर जोर दे रही है।















