दिल्ली की जर्सी में 15 साल बाद विराट वापसी
विराट कोहली करीब डेढ़ दशक के लंबे अंतराल के बाद अपनी घरेलू टीम दिल्ली के लिए मैदान पर उतरे। बुधवार को बेंगलुरु में खेले गए इस मुकाबले में दिल्ली के सामने 299 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य था। कोहली ने इस दबाव को अपना हथियार बनाया और मात्र 101 गेंदों पर 131 रनों की शानदार पारी खेली। उनकी इस पारी की बदौलत दिल्ली ने न केवल लक्ष्य को आसानी से हासिल किया, बल्कि पूरे मैच में अपनी पकड़ बनाए रखी। कोहली ने शुरुआत से ही गेंदबाजों पर दबाव बनाया और केवल 39 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा कर लिया, जबकि 83 गेंदों में वह अपने शतक तक पहुंच गए।
सीधे शॉट्स की रफ्तार और अंपायर का बचाव
इस पारी का सबसे रोमांचक हिस्सा कोहली के वे सीधे ड्राइव थे, जिनकी रफ्तार ने मैदान पर मौजूद हर शख्स को डरा दिया। कोहली के कुछ शॉट इतने जोरदार थे कि नॉन-स्ट्राइकर एंड पर खड़े अंपायर को खुद को बचाने के लिए कई बार झुकना पड़ा। एक मौका तो ऐसा भी आया जब गेंद अंपायर के सिर के बेहद करीब से गुजरी। केवल अंपायर ही नहीं, बल्कि दूसरे छोर पर खड़े बल्लेबाज नीतीश राणा भी गेंद की गति देखकर दंग रह गए और उन्हें भी अपनी सुरक्षा के लिए नीचे झुकना पड़ा, भले ही गेंद उनसे थोड़ी दूर थी। कोहली की पारी में कुल 14 चौके और 3 गगनचुंबी छक्के शामिल थे।
सचिन तेंदुलकर का ऐतिहासिक रिकॉर्ड ध्वस्त
अपनी इस शतकीय पारी के दौरान विराट कोहली ने लिस्ट ए क्रिकेट में एक ऐसा कीर्तिमान स्थापित किया, जिसने क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को भी पीछे छोड़ दिया। कोहली अब लिस्ट ए क्रिकेट में सबसे तेजी से 16,000 रन पूरे करने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए हैं। 37 वर्षीय कोहली ने यह मुकाम हासिल करने के लिए सचिन तेंदुलकर से काफी कम पारियां लीं, जो उनकी निरंतरता और फिटनेस का प्रमाण है। आईसीसी वनडे रैंकिंग में नंबर 2 पर काबिज कोहली के लिए यह घरेलू वापसी हर मायने में ऐतिहासिक साबित हुई।















