सीजेआई को प्रदूषण से छुटकारे का भरोसा
CNN-News18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक सीजेआई ने वायु प्रदूषण के संकट को लेकर इस बात पर जोर दिया है कि इसका समाधान अस्थायी होने के बजाए ऐसा हो, जो दीर्घकालिक हो, लेकिन साथ ही साथ विज्ञान पर आधारित हो। रिपोर्ट के अनुसार जस्टिस सूर्यकांत ने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि एक्सपर्ट दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या का समाधान खोज लेंगे।’ इसको लेकर उन्होंने तालमेल के साथ नीति निर्माण और तकनीकी विशेषज्ञता में भरोसा जताया है, जो कि बार-बार होने वाली पर्यावरणीय और स्वास्थ्य की चुनौतियों से छुटकारा दिला सकते हैं।
दीर्घकालिक समाधान पर है सीजेआई का जोर
17 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में ट्रैफिक जाम और वायु प्रदूषण को लेकर सिविक और एनवायरनमेंटल नाकामियों पर सवाल उठाया था। अदालत ने इसको लेकर नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) को दिल्ली नगर निगम (MCD) के 9 टोल बूथ को अपनी साइट पर शिफ्ट करने को लेकर संभावनाएं तलाशने को कहा था। सीजेआई की अगुवाई वाली बेंच ने वायु प्रदूषण से निपटने के मौजूदा उपायों को पूरी तरह से नाकाम बताते हुए, दीर्घकालिक योजना की जरूरत पर जोर दिया था।
वजहों की पहचान करने की कही थी बात
इससे पहले नवंबर की शुरुआत में सीजेआई की बेंच ने कहा था कि दिल्ली-एनसीआर में स्मॉग को खत्म करने के लिए अदालत के पास कोई ‘जादुई छड़ी’ नहीं है। उन्होंने कहा कि इस समस्या के पीछे की ‘वजहों की पहचान करने की जरूरत है’। कोर्ट ने यह भी कहा था कि अक्सर लोग यह मान लेते हैं कि इसके पीछे एक ही कारण होते हैं, लेकिन ऐसा नहीं होता।















