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  • सौतन पर चाकू से 17 वार, सजा 11 साल लेकिन सलाखों के पीछे काटे 40 साल, चौंका देगी मारिया की कहानी

    40 साल, चार दशक पहले जो कहानी शुरू हुई अब तक वो अपने अंजाम पर नहीं पहुंची। एक महिला जो 40 सालों से जेल की कैद काट रही है वह अब रिहा होने को है। सोचिए एक महिला जो 3 बच्चों की मां है, उसने ऐसा क्या किया होगा जिसकी वजह से उसे इतने साल


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    By Azad Hind Desk दिसम्बर 26, 2025
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    40 साल, चार दशक पहले जो कहानी शुरू हुई अब तक वो अपने अंजाम पर नहीं पहुंची। एक महिला जो 40 सालों से जेल की कैद काट रही है वह अब रिहा होने को है। सोचिए एक महिला जो 3 बच्चों की मां है, उसने ऐसा क्या किया होगा जिसकी वजह से उसे इतने साल जेल में बिताने पड़े। सालों पहले एक जघन्य अपराध ने ब्रिटेन के एक छोटे से शहर को हिला दिया था। उसी मामले से जुड़ी यह महिला एक बार फिर चर्चा में है क्योंकि यह महिला अब शायद रिहा होने को है।

    ब्रिटेन की सबसे लंबे समय तक जेल में रहने वाली महिला कैदी मारिया पियर्सन को जल्द रिहाई मिल सकती है। 1987 में उन्हें अपने प्रेमी की नई साथी की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। अदालत ने कहा था कि उन्हें कम से कम 11 साल जेल में रहना होगा लेकिन सुधार कार्यक्रमों में शामिल होने से इनकार करने की वजह से वह अब तक जेल में हैं।

    खराब व्यवहार के चलते बढ़ती रही सजा

    69 साल की मारिया पियर्सन को पहले एक ओपन जेल में भेजा गया था, लेकिन उनके व्यवहार को लेकर चिंता के बाद तीन महीने में ही दोबारा बंद जेल में लौटा दिया गया। मारिया कभी भी गुस्से में आ जाती अब जनवरी 2026 में उनकी दसवीं पैरोल बोर्ड सुनवाई होने वाली है, जिसमें एक्सपर्ट्स दो दिनों तक उनका आकलन करेंगे। जिसके बाद ही उनकी रिहाई पर कोई फैसला होगा।

    किस लिए काट रहीं हैं मारिया सजा

    यह मामला 1986 का है, जब मारिया ने इंग्लैंड के हार्टलपूल में अपने पूर्व प्रेमी की नई मंगेतर जेनेट न्यूटन पर चाकू से 17 बार हमला कर उनकी हत्या कर दी थी। उस समय मारिया की उम्र 31 साल थी और वह तीन बच्चों की मां थीं। अब वह मोअर्स मर्डर केस की दोषी मायरा हिंडली को पीछे छोड़ते हुए ब्रिटेन की सबसे लंबे समय तक जेल में रहने वाली जीवित महिला कैदी बन चुकीं हैं। हालांकि मर्डर के बाद कोर्ट ने मारिया को 11 सालों की सजा सुनाई थी लेकिन उनके व्यवहार ने सब कुछ बदल दिया। माना जा रहा था कि मारिया का व्यवहार आम लोगों के साथ रहने लायक नहीं था।

    9 से ज्यादा बार उनकी पैरोल हुई नामंजूर

    वह जल्दी ही आक्रामक हो जातीं, जिसके चलते वह पैरोल पर भी बाहर नहीं आ पा रहीं थी। 9 से ज्यादा बार उनकी पैरोल भी नामंजूर हुई थी। जेल अधिकारियों का कहना था कि उनके फैसला लेने की क्षमता भी ठीक नहीं थी। मारिया को कई सुधार कार्यक्रमों में जुड़ने के लिए कहा गया लेकिन पहले वह हमेशा मना कर देतीं। हालांकि 2020 में उन्होंने अपने कॉम्पेल्क्स व्यवहार से जुड़ी समस्याओं में मदद लेने का फैसला किया। उसी साल पैरोल बोर्ड ने उसे ओपन जेल में भेजने की मंजूरी दी और जून 2021 में उसे वहां रखा गया, लेकिन सिर्फ तीन महीने बाद ही उनके खराब व्यवहार के चलते उसे फिर बंद जेल में भेज दिया गया।

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