ईटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक Teema भारत के अलावा अमेरिका, मैक्सिको और पोलैंड में टेक्नोलॉजी हब बनाना चाहता है। एक सूत्र ने बताया, “यह टेक पार्क Yeida क्षेत्र में Foxconn की प्रस्तावित आउटसोर्स सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्ट (OSAT) फैसिलिटी के पास बन सकता है। Teema की योजना का लेआउट सीधे फॉक्सकॉन कैंपस के बगल में निर्माण के लिए डिजाइन किया गया है। रणनीति साफ है कि दुनिया भर के रणनीतिक स्थानों पर एडवांस्ड स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना, जो ताइवान के सफल टेक्नोलॉजी पार्क के अनुभव को निर्यात करेगा।”
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क्या होगा फायदा?
इस प्रोजेक्ट में AI-इंटीग्रेटेड, ESG-केंद्रित ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग नेटवर्क की परिकल्पना की गई है और इसकी अगुवाई वी ली कर रहे हैं जो पहले Foxconn के भारत प्रमुख थे। इस पहल का लक्ष्य ताइवानी कंपनियों की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाना और देश की इलेक्ट्रॉनिक्स सप्लाई चेन के वैश्विक विस्तार को तेज करना है। Foxconn के अलावा, ताइवान की इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (EPC) कंपनी CTCI भी इस प्रोजेक्ट में सहयोग कर रही है।
इस बारे में Teema, Foxconn और CTCI ने इस बारे में पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया। Foxconn और Teema ने 21 नवंबर को अमेरिका, भारत, मैक्सिको और पोलैंड में टेक्नोलॉजी पार्कों का एक वैश्विक नेटवर्क स्थापित करने की रणनीतिक पहल की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि वैश्विक सप्लाई चेन के पुनर्गठन के साथ, देश स्थानीय विनिर्माण क्षमताओं पर जोर दे रहे हैं। इससे ताइवानी कंपनियों को निर्यात लचीलापन और प्रतिस्पर्धी लाभ बनाए रखने के लिए विदेशी कारखानों और ट्रांसशिपमेंट हब की तलाश तेज करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
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Yeida ही क्यों?
अप्रैल में, ET ने रिपोर्ट दी थी कि Foxconn उत्तर भारत में अपनी पहली सुविधा के लिए उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे के पास लगभग 300 एकड़ जमीन पर विचार कर रहा है। यह उसी क्षेत्र में है जहां HCL-Foxconn ने एक आउटसोर्स OSAT सुविधा के लिए जमीन अधिग्रहित की है। Yeida क्षेत्र का चुनाव भी रणनीतिक है। यमुना एक्सप्रेसवे और जेवर एयरपोर्ट इस क्षेत्र को लॉजिस्टिक्स के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण बनाते हैं। इससे माल की आवाजाही आसान होगी, जो किसी भी बड़े विनिर्माण केंद्र के लिए आवश्यक है।













