चीनी परमाणु हथियार निर्माण में तेजी
वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार,वियना स्थित ओपन न्यूक्लियर नेटवर्क (ओएनएन) और लंदन स्थित वेरिफिकेशन रिसर्च, ट्रेनिंग एंड इंफॉर्मेशन सेंटर (वर्टिक) के रेनी बाबियारज ने कहा कि चीन अन्य किसी भी देश की तुलना में अपने परमाणु भंडार को तेजी से बढ़ा रहा है। वह परमाणु वारहेड के कंपोनेंट्स के निर्माण के लिए उपयोग की जाने वाली गुप्त कारखानों के नेटवर्क का तेजी से विस्तार कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा, “लगभग 2019 से लेकर आज तक हम जो बदलाव देख रहे हैं, वे शायद अब तक हमने जो कुछ भी देखा है, उससे कहीं अधिक व्यापक हैं।”
परमाणु हथियार बनाने की होड़ में चीन
विश्लेषकों का कहना है कि निकट भविष्य में चीन के लिए अमेरिका के अनुमानित 3,700 परमाणु हथियारों के भंडार की बराबरी करना असंभव है। हालांकि, चीन ने अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम के लगभग हर हिस्से में बड़े बदलाव किए हैं। इससे संकेत मिलता है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एक पूर्ण पैमाने पर हथियारों की होड़ की तैयारी कर रही है, भले ही वह ऐसा न चाहती हो। ओपन न्यूज नेटवर्क और सैटेलाइट तस्वीरों के आधार पर बताया गया है कि चीन ने परमाणु हथियार उत्पादन में शामिल प्रमुख स्थलों पर गतिविधि को तेजी से बढ़ाया है। यह चीन की परमाणु महत्वाकांक्षाओं को और भी बढ़ावा दे सकता है।
परमाणु फैसिलिटी को अपग्रेड कर रहा चीन
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस निर्माण कार्य में उन सुविधाओं का व्यापक अपग्रेडेशन शामिल है जो परमाणु युद्धक हथियारों के कोर (प्लूटोनियम पिट) के डिजाइन और निर्माण के लिए जानी जाती हैं। साथ ही उन संयंत्रों को भी अपग्रेड किया गया है जो परमाणु प्रतिक्रियाओं को शुरू करने के लिए उपयोग किए जाने वाले उच्च विस्फोटक का उत्पादन करते हैं। इनके अलावा चीनी सैन्य कागजातों, आंतरिक प्रकाशनों और रक्षा विशेषज्ञों के लेखों से यह संकेत मिलता है कि चीन ने अपने परमाणु ब्रिगेडों को हाई अलर्ट पर रखा हुआ है और वे चेतावनी मिलते ही हमला करने की रणनीति बना सकते हैं।













