बफे ने इस साल की शुरुआत में बर्कशायर की वार्षिक शेयरधारक बैठक में अपने रिटायरमेंट की घोषणा की थी। 1 जनवरी से कंपनी का रोजमर्रा का कामकाज वाइस-चेयरमैन ग्रेगरी एबेल संभालेंगे। 95 वर्षीय बफे अब भी चेयरमैन बने रहेंगे और उन्होंने कहा है कि वह ऑफिस आना जारी रखेंगे। लेकिन ऑपरेशनल लीडरशिप से उनका हटना छह दशक की कहानी का अंत है। इस दौरान बर्कशायर हैथवे ने एक लंबा सफर तय किया है। बफे की लीडरशिप में इसने अपना बिजनेस खूब फैलाया और और अमेरिकी पूंजीवाद की दिशा बदल दी।
कोक, आइसक्रीम, स्नैक्स, हॉट डॉग, पॉपकॉर्न… छह साल के बच्चे की तरह खाते हैं 94 साल के वॉरेन बफे
बफे का तरीका
आज, बर्कशायर अमेरिका की नौवीं सबसे मूल्यवान कंपनी है। यह देश की दूसरी सबसे बड़ी प्रॉपर्टी और कैजुअल्टी बीमा कंपनी है। इसके पास लगभग 700 अरब डॉलर के ट्रेड करने योग्य स्टॉक, बॉन्ड और नकदी है। यह लगभग 200 ऑपरेटिंग व्यवसायों को नियंत्रित करती है। इनमें अमेरिका के चार ‘क्लास 1’ रेलमार्गों में से एक BNSF, एक विशाल यूटिलिटीज पोर्टफोलियो और ब्रूक्स रनिंग शूज़ और सीज कैंडीज जैसे उपभोक्ता ब्रांड शामिल हैं। ओमाहा में होने वाली इसके शेयरधारकों की सालाना बैठक बफे के फैंस के लिए एक तरह की पूंजीवादी तीर्थयात्रा रही है।
बर्कशायर को अक्सर बफे की निवेश प्रतिभा का स्मारक माना जाता है, हालांकि वह खुद ऐसे लेबल से बचते थे। उन्होंने एक क्लासिक वैल्यू इन्वेस्टर के रूप में शुरुआत की थी। वह ऐसी कंपनियों को खरीदते थे जो अपनी वैल्यूकम पर कारोबार कर रही थीं। बाद में, उन्होंने आधुनिक समय के सबसे लाभदायक ग्रोथ दांव लगाए। इनमें सबसे खास था ऐपल। उन्होंने 2016 और 2018 के बीच ऐपल के शेयर खरीदे और यह अब बर्कशायर का सबसे लाभदायक निवेश है।
दुनिया ने जिन्हें समझा बर्कशायर का ‘अर्जुन’, उन वॉरेन बफे ने बताया ‘गांडीव’ तो किसी और के पास था!
एबेल की परीक्षा
बर्कशायर के पास ऐपल (65 अरब डॉलर के स्टॉक), कोका-कोला (28 अरब डॉलर), बैंक ऑफ अमेरिका (32 अरब डॉलर), मूडीज (13 अरब डॉलर), वीजा (3 अरब डॉलर), मास्टरकार्ड (2 अरब डॉलर) और अमेरिकन एक्सप्रेस (58 अरब डॉलर है) के शेयर हैं। बफे के उत्तराधिकारी के रूप में एबेल की भूमिका को बारीकी से देखा जाएगा। बफे के विपरीत एबेल स्टॉक-पिकिंग के लिए नहीं जाने जाते हैं। उन्होंने बर्कशायर के ऊर्जा व्यवसाय के माध्यम से तरक्की की है। पूंजी आवंटन एबेल की पहली बड़ी परीक्षा है। जैसे-जैसे ब्याज दरें गिर रही हैं, बर्कशायर के 380 अरब डॉलर के नकदी भंडार की अवसर लागत बढ़ रही है।












