खुफिया अधिकारियों के हवाले से क्या बताया गया
CNN-News18 की रिपोर्ट में अनाम भारतीय खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि उन्हें उस्मान हादी हत्याकांड के मुख्य आरोपी फैसल करीम मसूद के मामले को बांग्लादेश द्वारा संभाले जाने के तरीके पर संदेह है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एजेंसियों का मानना है कि उसे बांग्लादेशी अधिकारियों ने खुद देश से बाहर भेजा, जिसे भारत घरेलू दबाव को कम करने और जांच को कमजोर करने के लिए जानबूझकर कहानी बदलने की कोशिश मान रहा है।
हादी हत्याकांड के संदिग्ध का देश से भागना मुश्किल
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि बांग्लादेश इमिग्रेशन के महानिदेशक और फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (FIA) सहित वरिष्ठ अधिकारियों की जानकारी और मंजूरी के बिना मसूद का बांग्लादेश से बाहर जाना संभव नहीं था। एक वरिष्ठ सूत्र ने कहा, “वह एक नोटिफाइड व्यक्ति है। ऐसा बाहर निकलना चुपचाप या संस्थागत मंजूरी के बिना नहीं हो सकता।” उनका कहना है, “ऐसा लगता है कि यह ढाका से दबाव हटाने और यह सुझाव देकर जनता के गुस्से को नियंत्रित करने के लिए किया गया है कि संदिग्ध अब पहुंच से बाहर है।”
संदिग्ध के वीडियो पर सवाल क्यों
रिपोर्ट में कहा हया है कि फैसल करीम मसूद ने जो वीडियो जारी किया है, उसमें उसने खुद को दुबई में होने का दावा किया है। हालांकि, भारतीय एजेंसियों का कहना है कि वीडियो एक न्यूट्रल बैकग्राउंड में रिकॉर्ड किया गया था और इसमें कोई फोरेंसिक वैलिडेशन नहीं है। खुफिया अधिकारियों का मानना है कि वीडियो उसके जाने से पहले रिकॉर्ड किया गया होगा और रणनीतिक रूप से यह संकेत देने के लिए जारी किया गया था कि संदिग्ध अब बांग्लादेश के अधिकार क्षेत्र से बाहर है।














