महाराष्ट्र में नासिक-सोलापुर-अक्कलकोट कॉरिडोर परियोजना के लिए कुल 19,142 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। वहीं ओडिशा में एनएच-326 को चौड़ा करने की परियोजना के लिए 1,562 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। यह परियोजना नासिक, अहिल्यानगर, सोलापुर जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रीय शहरों को कुरनूल से जोड़ेगी। यह इंफ्रास्ट्रक्चर पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान के सिद्धांत के तहत एकीकृत परिवहन इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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कई शहरों को होगा फायदा
नासिक से अक्कलकोट तक बनने वाला यह नया (ग्रीनफील्ड) कॉरिडोर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को वधावन पोर्ट इंटरचेंज के पास जोड़ेगा। साथ ही यह आगरा-मुंबई कॉरिडोर से नासिक में एनएच-60 (अडेगांव) पर और समृद्धि महामार्ग से पंगरी (नासिक के पास) पर जुड़ेगा।
सरकारी बयान के अनुसार यह प्रस्तावित कॉरिडोर पश्चिम तट से पूर्वी तट तक सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। चेन्नई पोर्ट की ओर से, चेन्नई से हसापुर (महाराष्ट्र बॉर्डर) तक 4-लेन कॉरिडोर पहले से ही प्रगति पर है, जो तिरुवल्लूर, रेनिगुंटा, कडप्पा और कुरनूल से होकर गुजरेगा (यह 700 किमी लंबा है)। इस छह-लेन वाले ग्रीनफील्ड कॉरिडोर का मुख्य उद्देश्य यात्रा को और अधिक कुशल बनाना है। उम्मीद है कि इससे यात्रा का समय 17 घंटे कम हो जाएगा और दूरी 201 किमी घट जाएगी।
17 घंटे कम होगा समय
यह प्रोजेक्ट एक हाई-स्पीड कॉरिडोर है जिसे बेहतर सुरक्षा और निर्बाध यातायात आवागमन के लिए डिजाइन किया गया है। इससे यात्रा का समय, भीड़भाड़ और परिचालन लागत कम होगी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह परियोजना क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगी, जिससे नासिक, अहिल्यानगर, धाराशिव और सोलापुर जिलों के समग्र आर्थिक विकास में योगदान मिलेगा।
यह 6-लेन का एक्सेस-कंट्रोल्ड ग्रीनफील्ड कॉरिडोर है। यह 60 किमी/घंटा की औसत गति और 100 किमी/घंटा की डिजाइन गति का समर्थन करेगा। इससे कुल यात्रा का समय लगभग 17 घंटे तक कम हो जाएगा (जो कि 31 घंटे से 45% की कमी है)। यह यात्रियों और मालवाहक वाहनों दोनों के लिए सुरक्षित, तेज और निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
कैसा है ओडिशा का प्रोजेक्ट?
एनएच-326 को चौड़ा करने का प्रोजेक्ट ओडिशा में स्थित है। यह कॉरिडोर गजपति, रायगढ़ और कोरापुट जिलों से होकर गुजरती है। यह कॉरिडोर मोहना, रायगढ़, लक्ष्मीपुर और कोरापुट जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ता है। इससे ओडिशा के भीतर राज्य के भीतर कनेक्टिविटी में सुधार होगा और एनएच-326 के दक्षिणी छोर के माध्यम से आंध्र प्रदेश के साथ अंतरराज्यीय जुड़ाव बढ़ेगा। परियोजना की कुल पूंजी लागत 1,526.21 करोड़ रुपये है, जिसमें 966.79 करोड़ रुपये का सिविल निर्माण लागत शामिल है।













