सोमवार सुबह 8:30 बजे क्रिप्टोकरेंसी का ग्लोबल मार्केट कैप 3.05 ट्रिलियन डॉलर था। मंगलवार सुबह 8:30 बजे यह गिरकर 2.93 ट्रिलियन डॉलर रह गया। ऐसे में इसमें 0.12 ट्रिलियन डॉलर (करीब 11 लाख करोड़ रुपये) की गिरावट आई। पिछले दो हफ्तों में क्रिप्टोकरेंसी में यह सबसे बड़ी गिरावट है। इस गिरावट के चलते क्रिप्टोकरेंसी की फीयर एंड ग्रीड इंडेक्स 21 पहुंच गया है। यह 100 के मुकाबले जितना कम होगा, लोगों में क्रिप्टो को लेकर उतना ही डर होगा।
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कितनी गिरी बिटकॉइन?
पिछले कुछ समय में बिटकॉइन समेत लगभग सभी क्रिप्टो में गिरावट बनी हुई है। बिटकॉइन की कीमत पिछले 24 घंटे में 4.47% गिरकर करीब 85700 डॉलर पर पहुंच गई है। पिछले 7 दिनों में बिटकॉइन 5 फीसदी से ज्यादा गिर गई है। दो महीने पहले अक्टूबर में बिटकॉइन की कीमत करीब 1.25 लाख डॉलर पहुंच गई थी। ऐसे में इसमें तब से लेकर अब तक बड़ी गिरावट आई है।
दूसरी क्रिप्टो का क्या हाल?
बिटकॉइन के अलावा दूसरी क्रिप्टोकरेंसी में भी हाहाकार मचा हुआ है। पिछले 24 घंटे में इथेरियम भी 4 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 3 हजार डॉलर से नीचे आ गया है। वहीं रिपल में भी बड़ी कमी देखी गई है। 24 घंटे में रिपल की कीमत 6 फीसदी से ज्यादा गिरकर 2 डॉलर से नीचे आ गई है। हाइपरलिक्विड क्रिप्टो भी 8 फीसदी से ज्यादा गिरकर करीब 1.50 डॉलर पर पहुंच गया है। पाई नेटवर्क में भी करीब 5 फीसदी की गिरावट आई।
क्यों आई क्रिप्टो में गिरावट?
क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट को फेड रिजर्व से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं कुछ एक्सपर्ट के मुताबिक क्रिप्टोकरेंसी की बिकवाली बढ़ने और लिक्विडेशन बढ़ने के कारण कीमतों में भारी गिरावट आई। इसके अलावा कुछ जानकारों के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ भी क्रिप्टोकरेंसी पर असर डाल रहा है और इसमें गिरावट आ रही है।














