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  • Kharmas 2025 Niyam : खरमास आज से शुरू, इस दौरान क्या करें और क्या न करें, यहां जानें जरूरी नियम

    खरमास की शुरुआत आज यानी 15 दिसंबर, सोमवार से हो रही है। इस अवधि के दौरान कोई भी शुभ मांगलिक कार्य करना वर्जित माना जाता है। जब सूर्यदेव गुरु बृहस्पति की राशि धनु या मीन में प्रवेश करते हैं तो खरमास का आगाज हो जाता है। ऐसे में आज के दिन सूर्य का गोचर धनु


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    By Azad Hind Desk दिसम्बर 15, 2025
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    खरमास की शुरुआत आज यानी 15 दिसंबर, सोमवार से हो रही है। इस अवधि के दौरान कोई भी शुभ मांगलिक कार्य करना वर्जित माना जाता है। जब सूर्यदेव गुरु बृहस्पति की राशि धनु या मीन में प्रवेश करते हैं तो खरमास का आगाज हो जाता है। ऐसे में आज के दिन सूर्य का गोचर धनु राशि में होने के साथ ही खरमास शुरू हो रहा है। इस दौरान सूर्य का तेज कम हो जाता है और जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं यानी मकर संक्रांति के दिन खरमास का महीना समाप्त हो जाता है। ऐसे में खरमास के 30 दिनों में कुछ विशेष नियमों का खास ख्याल रखना जरूरी माना जाता है। इस अवधि में गृह प्रवेश, विवाह आदि कार्य वर्जित होते हैं और कुछ कार्यों को करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है। आइए विस्तार से जानें कि खरमास में क्या करें और क्या न करें…

    खरमास में भूलकर भी न करें ये काम

    • खरमास के दौरान गृह प्रवेश करना वर्जित माना जाता है। ऐसा करने से घर में समस्याएं सकती हैं और यह परिवार में अशांति का कारण बन सकता है।
    • इस अवधि में मुंडन, गृह निर्माण, विवाह, सगाई आदि कार्य करना शुभ नहीं माना जाता है।
    • खरमास में गोद भराई, सगाई, खरीदारी और बहु का गृह प्रवेश भी नहीं करना चाहिए।
    • इन 30 दिनों की अवधि में नए वाहन या घर खरीदारी की करने बचना चाहिए। साथ ही, वाद-विवादों से भी दूर रहना चाहिए।
    • मान्यता है कि खरमास के दौरान अगर आपके पास कोई जरूरतमंद व्यक्ति मदद मांगने आए तो उसे खाली हाथ वापस नहीं भेजना चाहिए।
    • खरमास में मांस-मदिरा आदि का सेवन करना भी वर्जित माना जाता है। इससे आपके जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।

    खरमास में क्या करना चाहिए

    • इस माह के दौरान दान करना बहुत लाभकारी माना गया है। ऐसे में खरमास में धर्म-कर्म और दान जैसे कार्य जरूर करने चाहिए।
    • खरमास के दौरान रामायण, गीता और सत्यनारायण कथा का पाठ करना बहुत शुभ माना जाता है। इससे जातक को पुण्य फल की प्राप्ति हो सकती है।
    • खरमास में पूजा, हवन, दान आदि कार्य करना भी शुभ माना गया है। इससे जातक के घर परिवार में सुख-शांति का माहौल बना रहता है।
    • इन 30 दिनों की अवधि में सूर्यदेव की उपासना करने का खास महत्व होता है। ऐसे में खरमास के दौरान श्रद्धापूर्वक सूर्यदेव की पूजा करनी चाहिए।
    • खरमास में भगवान शिव की पूजा और आराधना करने से दुखों का नाश हो सकता है। साथ ही, इस दौरान विष्णुजी की पूजा भी अवश्य करनी चाहिए। इन कार्यों को करने जीवन की कई समस्याओं से राहत मिल सकती है।
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