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  • Pakistan Libya Deal: पाकिस्तान ने लीबिया को बेचा हथियार तो भड़का बलूचिस्तान, जानें बलूच नेताओं ने क्या कहा

    इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने लीबिया को साढ़े चार अरब डॉलर के हथियारों की बिक्री का समझौता किया है। इस समझौते को पाकिस्तान अपनी बड़ी जीत के तौर पर प्रदर्शित कर रहा है। हालांकि, सच्चाई यह है कि कोई भी जिम्मेदार देश युद्धग्रस्त लीबिया को हथियार बेचना नहीं चाहता। ऐसे में लीबिया को पाकिस्तान जैसा गैरजिम्मेदार मुल्क


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    By Azad Hind Desk दिसम्बर 23, 2025
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    इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने लीबिया को साढ़े चार अरब डॉलर के हथियारों की बिक्री का समझौता किया है। इस समझौते को पाकिस्तान अपनी बड़ी जीत के तौर पर प्रदर्शित कर रहा है। हालांकि, सच्चाई यह है कि कोई भी जिम्मेदार देश युद्धग्रस्त लीबिया को हथियार बेचना नहीं चाहता। ऐसे में लीबिया को पाकिस्तान जैसा गैरजिम्मेदार मुल्क इकलौता विकल्प लगा। अब इस सौदे को लेकर पाकिस्तान में ही विरोध के सुर उठने शुरू हो गए हैं। बलूचिस्तान के बागी नेताओं ने पाकिस्तान-लीबिया हथियार समझौते पर चिंता जताते हुए कड़ी आलोचना की है। बलूच नेताओं ने इसे लीबिया पर लगाए गए संयुक्त राष्ट्र के हथियार प्रतिबंध का खुला उल्लंघन बताया।

    मीर यार बलूच ने क्या लिखा

    बलूचिस्तान के निर्वासित विद्रोही नेता मीर यार बलूच ने X पर लिखा, बलूचिस्तान गणराज्य लीबिया की युद्धरत सेना, लीबियाई नेशनल आर्मी (LNA) को पाकिस्तान द्वारा चार से साढ़े चार अरब डॉलर के हथियारों की बिक्री की खबरों पर गहरी चिंता और बेचैनी व्यक्त करता है। यह कार्रवाई न केवल 2011 से लीबिया पर लगाए गए संयुक्त राष्ट्र के हथियार प्रतिबंध का खुला उल्लंघन है, बल्कि वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए भी एक गंभीर खतरा है। एक तरफ, पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र का सदस्य होने का दावा करता है, जबकि दूसरी तरफ, वह लीबिया जैसे गृहयुद्ध में फंसे देश को उन्नत सैन्य उपकरण बेचकर संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करता है। यह दोहरा मापदंड पाकिस्तान के तथाकथित “शांतिप्रिय” होने के दावे को पूरी तरह से उजागर करता है।

    पाकिस्तान पर परमाणु महत्वकांक्षाओं को बढ़ाने का आरोप

    उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान गणराज्य इस बात से भी बहुत चिंतित है कि, जैसा कि पहले भी हुआ है, पाकिस्तान हथियारों के ट्रांसफर और रक्षा समझौतों की आड़ में अपनी परमाणु महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। हम इस डर को नजरअंदाज नहीं कर सकते कि पाकिस्तान ने हथियारों के हस्तांतरण के बहाने अपने सामरिक परमाणु हथियारों को ईरान, तुर्की, कतर, सऊदी अरब या अन्य अस्थिर क्षेत्रों में फैलाने की योजना बनाई है, जिसके परिणाम पूरी दुनिया के लिए विनाशकारी हो सकते हैं।

    बलूच ने चीन की भूमिका की भी आलोचना की

    बलूच नेता ने कहा कि इस खतरनाक गतिविधि में चीन की संलिप्तता भी एक निर्विवाद सच्चाई है। JF-17 जैसे विमान चीन और पाकिस्तान के संयुक्त प्रोजेक्ट हैं, और चीन के तकनीकी और राजनीतिक समर्थन के बिना, पाकिस्तान इस पैमाने पर हथियारों का निर्यात नहीं कर सकता। चीन-पाकिस्तान गठबंधन के तहत, लीबिया को हथियारों की आपूर्ति न केवल अफ्रीका और मध्य पूर्व में शांति के लिए खतरा है, बल्कि इजरायल और वैश्विक सुरक्षा के लिए भी एक गंभीर खतरे की घंटी है।

    पाकिस्तानी हथियारों की बिक्री से परमाणु संघर्ष का खतरा

    उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान गणराज्य चेतावनी देता है कि यदि पाकिस्तान हथियारों के ट्रांसफर के नाम पर अपने परमाणु हथियार या सामरिक परमाणु क्षमताओं को लीबिया की धरती पर ट्रांसफर करने में सफल होता है, तो ये हथियार हमास, हिजबुल्लाह और अन्य इजरायल विरोधी चरमपंथी तत्वों के हाथों में पड़ सकते हैं। ऐसे परिदृश्य में, ईरान, पाकिस्तान, तुर्की, चीन और अन्य राज्य और गैर-राज्य तत्वों के माध्यम से क्षेत्र में परमाणु टकराव का खतरा कई गुना बढ़ जाएगा।

    हथियारों के लिए बलूचिस्तान का दोहन कर रहा पाकिस्तान

    मीर यार बलूच ने यह भी आरोप लगाया कि इसके अलावा, यह एक कड़वी सच्चाई है कि पाकिस्तान अपने हथियारों और परमाणु कार्यक्रमों के लिए आवश्यक उच्च गुणवत्ता वाली धातुओं, यूरेनियम और अन्य कच्चे माल को बलूचिस्तान की भूमि से अवैध रूप से निकाल रहा है, जबकि बलूच लोग खुद बुनियादी मानवाधिकारों, संसाधनों और सुरक्षा से वंचित हैं। बलूचिस्तान के संसाधनों का इस्तेमाल ग्लोबल शांति के खिलाफ करना एक गंभीर अपराध है, और इस पर इंटरनेशनल कम्युनिटी की चुप्पी दुखद है।

    पाकिस्तान पर सख्त प्रतिबंध लगाने की मांग

    उन्होंने मांग की कि रिपब्लिक ऑफ बलूचिस्तान जोरदार मांग करता है कि इंटरनेशनल कम्युनिटी, यूनाइटेड नेशंस, इजरायल, यूरोपियन यूनियन और सभी शांति पसंद देश तुरंत पाकिस्तान की शांति विरोधी गतिविधियों पर ध्यान दें, लीबिया को हथियारों की बिक्री की निष्पक्ष जांच करें, और इंटरनेशनल कानूनों का उल्लंघन करने के लिए पाकिस्तान पर सख्त प्रतिबंध लगाएं।

    पाकिस्तान पर युद्ध भड़काने का आरोप लगाया

    उन्होंने कहा कि हम यह साफ करते हैं कि पाकिस्तान का यह मनमाना व्यवहार न सिर्फ इस क्षेत्र को, बल्कि पूरी दुनिया को एक नए विनाशकारी युद्ध की ओर धकेलने का खतरा पैदा करता है, और इसके नतीजों की सीधी जिम्मेदारी पाकिस्तानी सरकार और उसके समर्थकों की होगी। रिपब्लिक ऑफ बलूचिस्तान पाकिस्तान की सेना को कच्चे माल की सप्लाई रोकने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है, जिसका इस्तेमाल उसकी हथियार बनाने वाली इंडस्ट्री में किया जा रहा है।

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