आपको बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना के हमले में पाकिस्तान के 70 प्रतिशत से ज्यादा एयर डिफेंस नेटवर्क ध्वस्त हो गये थे। पाकिस्तान, चीनी एयर डिफेंस HQ-9B का इस्तेमाल करता था, जो ब्रह्मोस और स्कैल्प मिसाइलों को रोकने में बुरी तरह से नाकाम हुआ। भारतीय वायुसेना ने अपने ड्रोन से HQ-9B एयर डिफेंस सिस्टम के रडार को लाहौर में ध्वस्त कर दिया था। इसके बाद से पाकिस्तान लगातार चीन से एयर डिफेंस सिस्टम खरीदने के लिए गुहार लगा रहा है, लेकिन चीन पाकिस्तान को एयर डिफेंस देने से इनकार कर रहा है।
पुतिन ने शहबाज शरीफ को क्यों बेइज्जत किया?
आदिल रजा ने कहा है कि पाकिस्तान के कई अधिकारी, जो सिर्फ 2 हफ्ते के लिए चीन गये थे, वो पिछले दो महीने से चीन में बैठे हुए हैं, लेकिन चीन उन्हें एयर डिफेंस देने के लिए तैयार नहीं है। आदिल रजा ने पाकिस्तानी सेना को धमकी दी है कि अगर उन्हें निशाना बनाने की कोशिश की जाती है तो वो उस टीम के सभी अधिकारियों के नाम सार्वजनिक कर देंगे। आदिल रजा का कहना है चीन से एयर डिफेंस सिस्टम खरीदने के लिए पाकिस्तान के पास पैसे नहीं हैं। इसके अलावा चीनी एयर डिफेंस सिस्टम में कई पुर्जे रूसी लगे हैं, इसीलिए चीन पाकिस्तान को एयर डिफेंस सिस्टम नहीं दे रहा है। उन्होंने खुलासा करते हुए कहा कि इसी को लेकर ISI ने अपने लोगों को एस-400 की टेक्नोलॉजी चुराने रूस भेज दिया, जहां वो पकड़े गये हैं। इसीलिए पुतिन ने शहबाज शरीफ को 40 मिनट से ज्यादा इतजार करवाया और फिर भी मिलने से मना कर दिया।
आदिल रजा ने कहा है कि एर्दोगन और पुतिन के बीच चल रही बैठक के बीच शहबाज शरीफ जबरदस्ती घुस आए और पुतिन से मिलकर वो सफाई दे रहे थे। अदिल राजा ने इसके अलावा ये भी खुलासा किया है कि F-16 लड़ाकू विमान के मरम्मत को लेकर जो अमेरिकी फंड आ रहा है, उसको लेकर पाकिस्तान अपनी पीठ ठोक रहा है और भारत में हो हल्ला हो रहा है, लेकिन हकीकत ये है कि ये समझौता 2022 में बाइडेन प्रशासन के समय ही हुआ था और दूसरी बात ये, कि जो लिंक अमेरिका पाकिस्तानी एफ-16 में लगा रहा है, उसे सर्विलांस के लिए लगाया जा रहा है, ताकि एफ-16 की हर एक हरकत पर अमेरिका की नजर रहे।















