कब से कब तक लगेगा साल का अंतिम पंचक ?
नए साल की शुरुआत में बस कुछ ही समय बचा है। ऐसे में साल का आखिरी पंचक के दौरान आपको अधिक सतर्क रहना होगा। पंचांग के अनुसार, साल 2025 का अंतिम पंचक 24 दिसंबर 2025, बुधवार शाम 7 बजकर 47 मिनट से शुरू हो रहा है। पांच दिनों तक चलने वाला पंचक 29 दिसंबर 2025, सोमवार सुबह 7 बजकर 41 मिनट पर समाप्त हो जाएगा।
कितने प्रकार के होते हैं पंचक?
ज्योतिष शास्त्र में हर पंचक का प्रभाव अलग-अलग माना जाता है। रविवार के दिन शुरू होने वाले पंचक को रोग पंचक कहा जाता है, जो मानसिक तनाव और कष्ट देने वाला होता है। पंचक सोमवार के दिन शुरू हो तो उसे राज पंचक कहा जाता है। आमतौर पर इसे शुभ माना जाता है। मंगलवार से शुरु होने वाले पंचक को अग्नि पंचक कहा जाता है और इस अशुभ माना जाता है। शुक्रवार से शुरू होने वाले पंचक को चोर पंचक कहा जाता है। इस दौरान यात्रा करना हानिकारक माना जाता है। वहीं, शनिवार से लगने वाले पंचक को मृत्यु पंचक कहा जाता है। इसे अत्यंत अशुभ माना गया है।
पंचक में किन कार्यों को नहीं करना चाहिए?
ज्योतिष में पंचक की अवधि के दौरान कुछ कार्यों को करने से मना किया गया है। इस काल में घर की छत नहीं लगवानी चाहिए। इसके अलावा लकड़ी की चारपाई या पलंग बनवाना भी अशुभ माना जाता है। कहा जाता है कि ऐसा करने से परिवार में बीमारी का योग बन सकता है। इस दौरान दक्षिण दिशा की यात्रा करने से भी बचना चाहिए।
पंचक में अंतिम संस्कार के नियम?
पंचक में अगर किसी की मृत्यु हो जाए तो शव के अंतिम संस्कार को लेकर भी विशेष नियम बताए गए हैं। पंचक के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए कुश के 5 पुतलों का भी दाह संस्कार किया जाता है। मान्यता है कि ऐसा न करने से परिवार के लोगों पर मृत्यु का संकट मंडराता रहता है।














