कन्नड़ और तमिल टेलीविजन एक्ट्रेस नंदिनी सीएम ‘जीवा हूवागिदे’, ‘संघर्ष’ और ‘गौरी’ जैसे धारावाहिकों के लिए जानी जाती थीं। इन टीवी शोज़ में अपने रोल के लिए फेमस एक्ट्रेस बेंगलुरु में रहती थीं। खबर है कि ये घटना बेंगलुरु के आरआर नगर में घटी।
तमिल सीरियल ‘गौरी’ में नंदिनी की भूमिका में एक ऐसा सीन शामिल था
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अपनी मृत्यु के समय नंदिनी एक तमिल टेलीविजन सीरियल में लीड रोल निभा रही थीं। वह फेमस धारावाहिक गौरी में एक्टिंग कर रही थीं, जिसमें उन्होंने कनक और दुर्गा का चुनौतीपूर्ण डबल रोल निभाया। सीरियल में उनकी एक्टिंग ने दर्शकों के बीच पहचान दिलाई थी। इसे लोग एक दुखद संयोग ही मान रहे हैं कि तमिल सीरियल ‘गौरी’ में नंदिनी की भूमिका में एक ऐसा सीन शामिल था जिसमें उनका किरदार जहर खाता है। हालांकि जांच अधिकारी उनकी भूमिका को इस घटना से जोड़कर नहीं देख रहे।
उस शाम अपने दोस्त पुनीत के घर गई थीं
फिलहाल नंदिनी सीएम की मौत की वजहों को लेकर फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। पुलिस की ओर से घटना के कारणों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। बताया जा रहा है कि यह दुखद घटना 28 दिसंबर, 2025 की रात 11:16 बजे से 29 दिसंबर, 2025 की सुबह 12:30 बजे के बीच की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, नंदिनी उस शाम अपने दोस्त पुनीत के घर गई थीं और लगभग 11:23 बजे अपने दूसरी मंजिल के कमरे में लौटी और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। जब पुनीत ने उन्हें फोन किया तो उनसे बात नहीं हो पाई। इसके बाद वो चिंतित हो गया और उसने पीजी मैनेजर कुमार और प्रभारी किरण को सूचित किया।
उन्होंने नंदिनी को उसके कमरे में फांसी पर लटका हुआ पाया
बताया जाता है कि दरवाजा तोड़कर अंदर जाने पर उन्होंने नंदिनी को उसके कमरे में फांसी पर लटका हुआ पाया। केंगेरी पुलिस को इसकी सूचना दी गई और उसके परिवार को सूचित किया गया, जो बल्लारी से बेंगलुरु पहुंचे।
नंदिनी ने शुरुआत में इंजीनियरिंग में दाखिला लिया
साल 2018 में बल्लारी से पीयूसी की पढ़ाई पूरी करने के बाद नंदिनी ने शुरुआत में इंजीनियरिंग में दाखिला लिया, लेकिन बाद में उन्होंने एक्टिंग में ट्रेनिंग के लिए अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। खबरों के मुताबिक, नंदिनी को 2023 में अपने पिता के निधन के बाद सरकारी नौकरी की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने एक्टिंग के अपने सपनों को पूरा करने के लिए उस पद की सुरक्षा को ठुकरा दिया। यह एक ऐसा फैसला था जिससे परिवार के भीतर असहमति थी।













