चांगोईवाला बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर करने जा रही हैं। उनका दावा है कि ‘होमबाउंड’ फिल्म ने उनके 2021 के नॉवेल ‘होमबाउंड’ से गैरकानूनी रूप से कॉन्टेंट लिया है। उन्होंने ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ को भेजे एक ईमेल में पुष्टि की कि अदालत की औपचारिक कार्यवाही शुरू होने से पहले ही उनके वकील ने प्रोडक्शन हाउस को कानूनी नोटिस भेज दिया है।
मेकर्स ने कही थी ये बात
बता दें कि यह फिल्म मई में कान फिल्म फेस्टिवल में प्रीमियर होने के बाद 26 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। इसके निर्माताओं ने बताया है कि इसकी कहानी पत्रकार बशारत पीर द्वारा 2020 में न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित ‘एक दोस्ती, एक महामारी और राजमार्ग के किनारे एक मौत’ टाइटल वाले आर्टिकल से प्रेरित है। कहानी दो बचपन के दोस्तों के इर्द-गिर्द घूमती है, जो कोविड-19 महामारी के दौरान राष्ट्रीय पुलिस परीक्षा पास करने की चुनौतियों का सामना करते हैं।
बहुत कुछ कॉपी करने का आरोप
हालांकि, चांगोईवाला ने इस दावे का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि उनकी किताब और फिल्म में समानताएं सिर्फ एक जैसी बैकग्राउंड तक ही सीमित नहीं हैं। वो लिखती हैं, ‘दोनों (उनके उपन्यास और फिल्म) का विषय 2020 का कोविड-19 प्रवासी पलायन है। फिल्म देखने पर मुझे पता चला कि निर्माताओं ने न केवल मेरी किताब के टाइटल का दुरुपयोग किया है, बल्कि फिल्म के दूसरे भाग में मेरे उपन्यास के कई हिस्सों को हूबहू दोहराया है- जिसमें सीन, डायलॉग, नैरेटिव स्ट्रक्चर, घटनाओं का क्रम और अन्य क्रिएटिव एक्सप्रेशंस शामिल हैं।’
धर्मा प्रोडक्शंस को भेजा नोटिस
उन्होंने बताया कि फिल्म देखने के बाद 15 अक्टूबर को धर्मा प्रोडक्शंस को कानूनी नोटिस भेजा गया। उन्होंने बताया कि नोटिस में उनके अधिकारों के उल्लंघन का डिटेल में सीन दर सीन जानकारी शामिल थी। उन्होंने यह भी दावा किया कि निर्माताओं ने अपने जवाबों में उल्लंघन को स्वीकार करने से इनकार कर दिया।














