इस डील की सबसे खास बात रही कि इसमें बातचीत करने वाली भारतीय टीम की सभी मुख्य अधिकारी महिलाएं थीं। इस टीम का नेतृत्व जॉइंट सेक्रेटरी पेटल ढिल्लों (Petal Dhillon) ने किया। पेटल ढिल्लों साल 2002 बैच की भारतीय रेलवे यातायात सेवा (IRTS) अधिकारी हैं। वह अभी कॉमर्स डिपार्टमेंट में जॉइंट सेक्रेटरी के पद पर हैं। उनकी लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक उन्होंने यह पद फरवरी 2025 में संभाला है। वह इस पद पर 5 साल के लिए हैं।
भारत-न्यूजीलैंड फ्री ट्रेड डील: किसे फायदा, किसे नुकसान? पूरी डील आसान भाषा में
हार्वर्ड से की है पढ़ाई
- पेटल ढिल्लों ने अमेरिका प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी हार्वर्ड यूनिवर्सिटी (Harvard University) से पढ़ाई की है। इस यूनिवर्सिटी से उन्होंने पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री ली।
- उन्होंने इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) से फाइनेंस और बिजनेस में मास्टर डिग्री ली है।
- पेटल ने अपनी ग्रेजुएशन मिरांडा हाउस (दिल्ली यूनिवर्सिटी) से इकोनॉमिक्स ऑनर्स में की है।
- इनकी स्कूल की एजुकेशन डीपीएस (आरके पुरम) से हुई है।
30 साल पहले करियर की शुरुआत
- पेटल ढिल्लों ने अपने करियर की शुरुआत 1995 में एक कंपनी में सीनियर कंसल्टेंट के तौर पर की थी। उस कंपनी में उन्होंने 6 साल काम किया।
- इसके बाद वह भारत सरकार की एम्प्लॉई बन गईं। उन्होंने 11 साल डिप्टी सेक्रेटरी के पद पर काम किया।
- मई 2013 में वह वित्त मंत्रालय में इकोनॉमिक अफेयर्स डिपार्टमेंट में बाइलेटरल एंड मल्टीलेटरल की डायरेक्टर बनीं। यहां उन्होंने 4 साल काम किया।
- बाद में वह इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) में भी रहीं। यहां उन्होंने 3 साल से ज्यादा समय तक कार्यकारी निदेशक के सलाहकार के तौर पर काम किया।
- साल 2020 में उन्हें रेल मंत्रालय के बिजनेस डेवलपमेंट में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर की जिम्मेदारी मिली।
- फरवरी 2025 में वह कॉमर्स डिपार्टमेंट में जॉइंट सेक्रेटरी बन गईं। इस पद पर वह अभी तक हैं।
व्यापार समझौतों में एक्सपर्ट
पेटल ढिल्लों भारत के व्यापार समझौतों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने हाल ही में भारत-न्यूजीलैंड जैसे मुक्त व्यापार समझौतों (FTA) पर बातचीत की है। उन्होंने भारत और श्रीलंका के बीच इकोनॉमिक एंड टेक्नोलॉजी कोऑपरेशन एग्रीमेंट (ETCA) में नेगोशिएशन की भी भूमिका निभाई। वह भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक कोऑपरेशन एग्रीमेंट (CECA) के दौरान चीफ नेगोशिएटर रहीं। इनके अलावा उन्होंने और भी कई देशों के साथ व्यापार समझौते की जिम्मेदारी निभाई है।
ये जिम्मेदारियां भी मिली हैं
पेटल ढिल्लों एक्सपोर्ट के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर और स्कीम को भी देखती हैं। उनकी मुख्य जिम्मेदारियों में FTA पर बातचीत करना, एक्सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर की समीक्षा करना आदि है। मंत्रालय में वह EP (LSG) डिवीजन की देखरेख भी करती हैं। यह डिवीजन चमड़ा, चमड़े के उत्पाद और जूते के एक्सपोर्ट का काम देखती है। इसके अलावा उन्हें कई राज्यों में जल जीवन मिशन (JJM) जैसे राष्ट्रीय मिशनों की निगरानी के लिए केंद्रीय नोडल अधिकारी (CNO) भी बनाया गया है।














