USS अब्राहम लिंकन लगा रहा गश्त
अमेरिकी नौसेना संस्थान (USNI) फ्लीट और मरीन ट्रैकर अपडेट के अनुसार, निमित्ज-क्लास कैरियर USS अब्राहम लिंकन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के साथ नियमित अभियानों के लिए दक्षिण चीन सागर पहुंचा है। USS लिंकन नवंबर के आखिर में सैन डिएगो से निकलने के बाद 11 दिसंबर को नेवल बेस गुआम में कुछ समय के लिए रुका था। इसके बाद यह एयरक्राफ्ट कैरियर दक्षिण चीन सागर में प्रवेश करने से पहले ताइवान के दक्षिण-पूर्व में फिलीपीन सागर में गया।
F-35C के साथ किया युद्धाभ्यास
हाल की अमेरिकी नौसेना की तस्वीरों में F-35C लाइटनिंग II स्टील्थ फाइटर जेट्स को USS अब्राहम लिंकन से उड़ान भरते और उतरते हुए दिखाया गया है। इन तस्वीरों में F-35C लाइटनिंग II को हवा में रिफ्यूलिंग विमानों के साथ ईंधन भरते हुए दिखाया गया है। इससे लड़ाकू विमानों की ऑपरेशनल क्षमता कई गुना बढ़ जाती है। USS अब्राहम लिंकन 333 मीटर लंबा है। इस एयरक्राफ्ट कैरियर पर 90 फिक्स्ड विंग और हेलीकॉप्टर तैनात रहते हैं।
USS त्रिपोली भी इलाके में मौजूद
इस एयरक्राफ्ट कैरियर के अलावा अमेरिका-क्लास एम्फीबियस असॉल्ट शिप USS त्रिपोली भी दिसंबर की शुरुआत में दक्षिण चीन सागर में नियमित अभियान चला रहा है। USS त्रिपोली F-35B शॉर्ट टेकऑफ़ और वर्टिकल लैंडिंग (STOVL) जेट लॉन्च करने और उतारने में सक्षम है। इसके अलावा इस शिप पर वर्तमान में 31वीं मरीन एक्सपेडिशनरी यूनिट भी मौजूद है। फ्लीट ट्रैकिंग डेटा के अनुसार, 22 दिसंबर, 2025 तक त्रिपोली अपने एक्सपेडिशनरी स्ट्राइक ग्रुप के जहाजों के साथ पूर्वी चीन सागर में गश्त लगा रहा था, जिसमें गाइडेड-मिसाइल क्रूजर USS रॉबर्ट स्मॉल्स और डिस्ट्रॉयर USS राफेल पेराल्टा शामिल थे।
USS जॉर्ज वाशिंगटन जापान में तैनात
USS जॉर्ज वाशिंगटन एयरक्राफ्ट कैरियर भी अपने होमपोर्ट जापान के योकोसुका में तैनात है। यह इस क्षेत्र में अमेरिकी नौसेना का एकमात्र स्थायी रूप से तैनात एयरक्राफ्ट कैरियर है। यह निमित्ज क्लास का छठा एयरक्राफ्ट कैरियर है। यह एयरक्राफ्ट कैरियर 332.8 मीटर लंबा है। इसमें परमाणु रिएक्टर और स्टीम टरबाइन लगे हैं, जिनकी मदद से यह 30 समुद्री मील (56 किमी प्रति घंटा) की स्पीड से चल सकता है। इस एयरक्राफ्ट कैरियर पर 90 फिक्स्ड विंग और हेलीकॉप्टर तैनात रहते हैं।













