स्पीकर की बैठक में ठहाके
संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए खत्म हो गया है। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पार्टी नेताओं और लोकसभा के सांसदों के साथ एक बैठक की। यह बैठक संसद में स्पीकर के चैंबर में हुई। इसमें पीएम मोदी ,स्पीकर ओम बिरला और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा कई केंद्रीय मंत्री और विपक्ष के कई दिग्गज नेता शामिल हुए। विपक्षी दलों के सांसदों की अगुवाई कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने की।
खुशनुमा माहौल में चाय पर चर्चा
स्पीकर के चैंबर में हुई इस बैठक में पक्ष-विपक्ष के सांसद ने चाय पर चर्चा की और जिस अंदाज में किसी बात पर जोरदार ठहाके लगाए, वह अब भारतीय राजनीति में कम ही देखने को मिल पाते हैं। ठहाके लगाने वालों में खुद पीएम मोदी और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी भी शामिल हैं। हालांकि, इस बैठक का पूरा एजेंडा अभी नहीं पता है, लेकिन अच्छी बात ये है कि यह बहुत ही खुशनुमा माहौल में हुई है।
संसद से कई अहम बिल पास
पीएम मोदी अभी-अभी जॉर्डन, इथियोपिया और ओमान के दौरे से स्वदेश लौटे हैं। इस दौरान संसद ने कई महत्वपूर्ण बिलों पर मुहर लगा दी है, जिसमें मनरेगा की जगह आया ‘विकसित भारत जी राम जी बिल’, न्यूक्लियर सेक्टर से जुड़ा महत्वपूर्ण विधेयक ‘शांति’ (SHANTI Bill,2025) और इंश्योरेंस सेक्टर में 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को मंजूरी देने वाला विधेयक भी शामिल है।
राहुल का विदेश से ही विरोध
विपक्ष खासकर ‘विकसित भारत जी राम जी’ बिल का बहुत ज्यादा विरोध कर रहा है और उसकी शिकायत है कि ऐसा करके सरकार ने ‘महात्मा गांधी’ का नाम हटा दिया है। हालांकि, जब दोनों सदनों से यह विधेयक पास हो गया, तब लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इसपर आपत्ति की है। उन्होंने विदेश से एक लंबे-चौड़े पोस्ट में एक्स पर लिखा, ‘पिछली रात मोदी सरकार ने मनरेगा के 20 वर्षों को एक ही दिन में धाराशायी कर दिया।…VB–G RAM G मनरेगा का ‘रीवैम्प’ नहीं है। ये अधिकार-आधारित, मांग-आधारित गारंटी को समाप्त कर देता है और इसे एक राशन वाली योजना में बदल देता है, जिसे दिल्ली से नियंत्रित किया जाता है। यह डिजाइन से ही राज्य और गांव के खिलाफ है।….’














