पाकिस्तान को सता रहा डर
असल में, भारतीय सेना जिस तरह अपने बेड़े में अलग अलग तरह के ड्रोन शामिल कर रही है, उससे पाकिस्तान को डर सता रहा है। इसलिए पाकिस्तानी सेना अभी एंटी ड्रोन सिस्टम पर फोकस कर रही है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तान इसमें तेजी लाया है। भारतीय सेना में भी पिछले कुछ वक्त में कामिकाजी ड्रोन की संख्या बढ़ी है। सेना की हर इंफ्रेंट्री बटालियन में ड्रोन प्लाटून बनाई गई है।
हथियारों की खरीद में आई तेजी
ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तान जहां अपने ध्वस्त इंफ्रास्ट्रक्चर को ठीक करने में जुटा है वहीं हथियारों की खरीद भी बढ़ी है। इंटेलिजेंस सूत्रों के मुताबिक पिछले 2-3 महीनों में पाकिस्तान ने चीन और टर्की से हथियारों की कई डील पर बातचीत की है। साथ ही अलग अलग तरह के हथियार बनाने के लिए समझौता भी किया है। पाकिस्तान कमांड और कंट्रोल वीइकल ले रहा है। साथ ही 300 फतह-1 रॉकेट की डील भी की है।
चीन से नए टैंक VT-4 खरीद रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान अपने पुराने टैंकों को भी बदल रहा है। पाकिस्तान ने इसके लिए चीन से नए टैंक VT-4 खरीद रहा है। ये चीन के मेन बैटल टैंक हैं। पाकिस्तान ने चीन से 360 मेन बैटल टैंक VT-4 खरीदने की डील की है जिसमें से कुछ टैंक पाकिस्तान को मिल चुके हैं। इन्हीं टैंक के एक वेरिएंट को लाइसेंस लेकर पाकिस्तान में ही बनाया जा रहा है। इस तरह चीन से मिलने वाले और पाकिस्तान में बनने वाले टैंकों की कुल संख्या करीब 600 हो जाएगी।














