सऊदी अरब ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा उसके लिए रेड लाइन है और वह इसकी रक्षा करेगा। सऊदी अरब ने कहा कि उसने सीमित सैन्य अभियान चलाया है। इस बीच यमन में सऊदी अरब के समर्थन वाली राष्ट्रपति काउंसिल के प्रमुख रशद अल अलीमी ने कहा है कि उसने यूएई के सभी सैनिकों को अगले 24 घंटे के अंदर यमन के क्षेत्र से वापस जाने के लिए कहा है। उन्होंने टीवी पर दिए एक भाषण में सऊदी अरब और गठबंधन सेना के समर्थन की जमकर तारीफ की। यमन के नेता ने यूएई के साथ रक्षा डील को भी रद कर दिया है। संयुक्त अरब अमीरात से यमन में अलगाववादियों के लिए भेजी गई हथियारों की खेप को निशाना बनाकर सऊदी अरब द्वारा किए गए हवाई हमलों के बाद यमन में हूती-विरोधी बलों ने मंगलवार को आपातकाल की घोषणा कर दी।
सऊदी अरब ने यूएई पर बरसाया बम
इन बलों ने अपने नियंत्रण वाले इलाकों में सभी सीमा चौकियों को 72 घंटे के लिए बंद करने की घोषणा की। साथ ही, हवाई अड्डों और बंदरगाहों में प्रवेश पर भी रोक लगा दी है, केवल उन लोगों पर प्रतिबंध नहीं है जिन्हें सऊदी अरब ने अनुमति दी है। सऊदी अरब ने मंगलवार को बताया कि उसने यमन के बंदरगाह शहर मुकाला पर अलगाववादी संगठन ‘सदर्न ट्रांजिशनल काउंसिल’ (एसटीसी) के लिए यूएई से आई हथियारों की खेप को निशाना बनाकर बमबारी की। एसटीसी को यूएई का समर्थन प्राप्त है। इस मामले में यूएई ने तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
इससे पहले दक्षिणी यमन के अलगाववादियों ने शुक्रवार को सऊदी अरब पर अपनी सेनाओं पर हवाई हमले करने का आरोप लगाया था। हालांकि, सऊदी अरब ने इस आरोप की तत्काल पुष्टि नहीं की। यह आरोप ऐसे समय में लगाया गया है, जब सऊदी अरब ने हाल ही में अलगाववादियों के कब्जे में गए कुछ प्रांतों से अपनी सेनाएं वापस हटाने की चेतावनी दी थी। संयुक्त अरब अमीरात समर्थित ‘सदर्न ट्रांजिशनल काउंसिल’ ने कहा कि ये हमले यमन के हद्रामौत क्षेत्र में हुए।
सऊदी के नेतृत्व वाले गठबंधन पर भी मंडराया खतरा
इन हमलों में किसी के हताहत होने की तत्काल कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। हालांकि, इन हमलों के कारण पहले से युद्धग्रस्त देश में तनाव और बढ़ गया है तथा इससे उस नाज़ुक सऊदी-नेतृत्व वाले गठबंधन पर भी खतरा मंडराने लगा है, जो पिछले एक दशक से देश के उत्तरी हिस्से में ईरान-समर्थित हूती विद्रोहियों के खिलाफ लड़ रहा है। काउंसिल के विदेश मामलों के विशेष प्रतिनिधि अम्र अल बिध ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ से बातचीत में बताया कि शुक्रवार को उनके लड़ाके पूर्वी हद्रामौत क्षेत्र में सक्रिय थे, जहां उन्हें बंदूकधारियों द्वारा घात लगाकर किए गए कई हमलों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि इन हमलों में काउंसिल के दो लड़ाके मारे गए, जबकि 12 घायल हो गए।














